अलवर.अलवर सहित पूरे प्रदेश में बिजली की कमी है. ऐसे में प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिला मुख्यालय, तहसील मुख्यालय व गांव में बिजली कटौती करने के आदेश दिए गए हैं. भीषण गर्मी के बीच लोग विद्युत कटौती के चलते परेशान हो रहे हैं. ऐसे में बहरोड़ विधायक बलजीत यादव ने उद्योगों को बिजली की खपत कम करने की बात कही (Behror MLA on industrial electric consumption) है. उन्होंने कहा कि नीमराणा व बहरोड़ औद्योगिक क्षेत्र की जांच करेंगे और जहां बिजली की खपत ज्यादा मिलेगी, उस औद्योगिक इकाई का बिजली कनेक्शन काट देंगे.
बिजली की कमी के बीच बहरोड़ विधायक बलजीत यादव ने अलवर के सर्किट हाउस में गुरुवार को एक प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिजली की कमी हो रही है. प्रदेश के मुख्यमंत्री झारखंड गए थे, लेकिन झारखंड ने राजस्थान के हिस्से का कोयला अभी तक नहीं दिया है. कोयले की कमी के चलते आने वाले समय में बिजली के लिए मारामारी हो सकती है. सरकार इसके लिए गंभीर है. बुधवार को विद्युत विभाग की एक उच्च स्तरीय बैठक हुई. इसमें अधिकारियों ने अपने सुझाव रखे.
विधायक बलजीत यादव ने ज्यादा बिजली खपत वाले उद्योगों के कनेक्शन काटने पर क्या कहा... पढ़ें:कोयले की आपूर्ति में बढ़ोतरी...गहलोत सरकार ने कहा- अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान की स्थिति बेहतर
बलजीत यादव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में सबसे ज्यादा कटौती होती है. ऐसे में सरकार व बिजली विभाग को कोई व्यवस्था करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि शाम के समय औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली कटौती करनी चाहिए. उस बिजली सप्लाई को ग्रामीण क्षेत्रों में करने की आवश्यकता है. क्योंकि इस समय बच्चों की परीक्षाएं चल रही हैं. उसके बाद कॉलेज स्तर के छात्रों की परीक्षाएं शुरू होंगी. बिजली नहीं होने के कारण युवाओं का भविष्य अंधेरे में है. इसलिए सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए. ग्रामीण क्षेत्र में बिजली नहीं आने के कारण युवा परेशान रहते हैं.
पढ़ें:राजस्थान में बिजली की कमी के चलते अघोषित शट डाउन, कोयले की कमी और भुगतान भी बड़ा कारण
उन्होंने कहा कि मैंने सरकार और विद्युत निगम के अधिकारियों को कई सुझाव दिए हैं. उन सुझावों के तहत बिजली व्यवस्था बेहतर करने के प्रयास किए जा सकते हैं. इस समय योजना बनाकर बिजली सप्लाई करनी चाहिए. जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बेहतर बिजली सप्लाई मिल सके. जिससे क्षेत्र के लोग खुश रहेंगे, तो सब कुछ ठीक रहेगा. बिजली कटौती के चलते अगर उद्योग पलायन करते हैं, तो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने कारोबारियों-उद्यमियों से बिजली की खपत कम करने की मांग की. उन्होंने कहा कि वो औद्योगिक क्षेत्र में खुद औद्योगिक इकाइयों का निरीक्षण (Behror MLA to inspect industrial units) करेंगे. इस दौरान जिस औद्योगिक इकाई में बिजली की खपत ज्यादा पाई गई. उसका बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा.