अलवर.लोकसभा सीट पर चुनाव परिणाम सामने आने के बाद अब मंथन का दौर शुरू हो चुका है. भाजपा प्रत्याशी बाबा बालक नाथ लोगों को धन्यवाद दे रहे हैं.तो वहीं जितेंद्र सिंह ने हार के कारणों का पता लगाने में लगे हैं. बाबा बालक नाथ को सबसे बड़ी बढ़त बहरोड़ विधानसभा से मिली.जबकि जितेंद्र सिंह को केवल राजगढ़ से करीब 10 हजार वोटों की बढ़त मिली.
वहीं अगर आंकड़ों की बात करें तो अलवर शहर से भाजपा को 1 लाख 3503 मत मिले. कांग्रेस को 57 हजार 624 वोट मिले. इसी तरह से अलवर ग्रामीण में भाजपा को 76 हजार 577 व कांग्रेस को 68 हजार 050 वोट मिले.
बालकनाथ को आठ में 7 विधानसभा क्षेत्रों में मिली बढ़त रामगढ़ में भाजपा को 84 हजार 120 वोट व कांग्रेस को 61 हजार 603, राजगढ़ में भाजपा को 64 हजार 480 कांग्रेस को 75 हजार 015 वोट मिले. किशनगढ़ बास में भाजपा को 98 हजार 690 वोट मिले और कांग्रेस को 51 हजार 546 वोट मिले.
तिजारा में भाजपा को 87 हजार 814 वोट मिले और कांग्रेस को 57076 वोट मिले. बहरोड में भाजपा को 1 लाख 25 हजार 056 वोट मिले और कांग्रेस को केवल 26 हजार 299 वोट मिले. मुंडावर में भाजपा को एक लाख 10 हजार 340 वोट मिले और कांग्रेस को 29 हजार 580 वोट मिले.
आपको बता दें कि जितेंद्र सिंह को अलवर लोकसभा क्षेत्र में आने वाली 8 विधानसभाओं में से केवल राजगढ़ विधानसभा से करीब 10 हजार की बढ़त मिली. जबकि बाबा बालक नाथ को अकेले बहरोड़ से 98 हजार से अधिक वोटों की बढ़त मिली.
इस तरह से मुंडावर में भी बाबा को बढ़त मिली. जिन विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशी बालक नाथ को कम वोट मिलने की उम्मीद थी. उनमें भी अलवर की जनता ने जमकर वोट दिए. जैसे तिजारा, रामगढ़, अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में भी भाजपा को लोगों ने जमकर वोट डाले.
ऐसे में राठ के वोटों से बाबा बालक नाथ की जीत का अंतर बढ़ गया. बहरोड़ व मंडावर से एक लाख 79 हजार वोट की बढ़त बाबा को मिली. यह नहीं पोस्टल बैलट पेपर में भी भाजपा प्रत्याशी को 6 हजार 175 वोट की बढ़त मिली. कांग्रेस प्रत्याशी से करीब 3 गुना वोट पोस्ट्रल बेलेट में बाबा को मिली.भाजपा को पोस्टल बैलट में 9 हजार 621 व कांग्रेस प्रत्याशी को 3 हजार 436 वोट मिले.