मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों को किया गुमराह अलवर.भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी शुक्रवार को अलवर पहुंच गए. उन्होंने प्रदेश सरकार व प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार केवल जनता को गुमराह कर रही है. सरचार्ज के नाम पर सरकार प्रदेश की जनता को लूटने का प्रयास कर रही है. सरकार ने 100 यूनिट बिजली फ्री देने की बात कही, लेकिन अभी तक उसको लागू नहीं किया. राहत शिविर के नाम पर केवल सरकार अपना समय पास कर रही है.
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केवल झूठे वादे करती है कांग्रेसः भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी शुक्रवार को अलवर पहुंचे. अलवर के अंबेडकर नगर स्थित भाजपा कार्यालय में एक प्रेस वार्ता की. इस दौरान अशोक परनामी ने कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है. सरकार में दो गुट बन गए हैं. एक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का है तो दूसरा सचिन पायलट का है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी कुर्सी छोड़ना नहीं चाहते, तो सचिन पायलट मुख्यमंत्री की कुर्सी पाना चाहते हैं. कांग्रेस सरकार केवल झूठे वादे करती है. जनता अब सरकार व प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की हकीकत समझ चुकी है.
अब तक 16 बार बिजली के दाम बढ़ेःचुनाव के समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि वो बिजली की दरों में बढ़ोतरी नहीं करेंगे. अब तक प्रदेश में 16 बार बिजली की दरों में बढ़ोतरी की गई. साथ ही उन्होंने कहा की महंगाई पर काबू पाने के लिए सरकार को सबसे पहले वैट में कमी करनी चाहिए. हरियाणा, दिल्ली व उत्तर प्रदेश के सभी पड़ोसी राज्य में पेट्रोल-डीजल के दाम कम है, लेकिन राजस्थान में सबसे ज्यादा महंगा पेट्रोल-डीजल है. इसके दाम कम होने से सभी चीजों के दाम कम होंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश के हालात खराब हैं. खुलेआम बदमाश घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं व ताबड़तोड़ घटनाएं हो रही हैं.
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घोषणा के नाम पर दिखावा कर रही सरकारःअशोक परनामी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पर भी आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हमेशा अपनी कुर्सी बचाने में लगे रहते हैं. कांग्रेस के नेता आपस में लड़ रहे हैं. भाजपा सरकार के कार्यकाल में कई योजनाएं शुरू की गईं, लेकिन गहलोत सरकार ने सभी योजनाओं को बंद कर दिया है. वसुंधरा सरकार ने टोल टैक्स को समाप्त कर दिया था. वहीं गहलोत सरकार ने फिर से टोल टैक्स लागू कर दिए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 100 यूनिट फ्री बिजली देने का वादा किया था, लेकिन मुख्यमंत्री राहत शिविर के नाम पर सरकार केवल टाइम पास कर रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को प्रदेश की जनता की याद आई है. इसलिए सरकार घोषणाओं के नाम पर दिखावा कर रही है.