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अलवर : भिवाड़ी में आशा वर्कर्स ने किया विरोध-प्रदर्शन...की ये मांग - आशा वर्कर्स

अलवर के भिवाड़ी में रविवार को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आशा वर्कर्स ने विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनसे दो-दो विभागों का काम लिया जा रहा है, लेकिन बदले में 2700 रुपये मजदूरी मिल रही है, जो कि न्यूतम मजदूरी से भी कम है.

Asha workers protest, आशा वर्कर्स ने किया प्रदर्शन
आशा वर्कर्स ने किया विरोध-प्रदर्शन

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Published : Oct 11, 2020, 7:27 PM IST

भिवाड़ी (अलवर). क्षेत्र में रविवार को आशा वर्कर ने तिजारा विधायक संदीप यादव के कार्यालय पर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. वहीं, कार्यालय में विधायक के नहीं मिलने के बाद वर्करों ने जमकर नारेबाजी भी की. इस दौरान आशा वर्करों ने बताया कि उनसे दो-दो विभागों का काम लिया जा रहा है और बदले में उनको 2700 रुपये मजदूरी मिल रही है, जो कि न्यूतम मजदूरी से भी कम है. इस मजदूरी में उन्हें महिला वाल विकास और चिकित्सा विभाग का भी काम करना पड़ रहा है.

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आशा वर्करों ने बताया कि चिकित्सा विभाग ने तीन महीने पहले 1000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी थी जो कि अब नहीं मिली है. इसके अलावा कोरोना मरीजों का सर्वे करना, जांच करवाना और दवा पहुंचना का काम भी आशा वर्करों से करवाया जा रहा है. जबकि चिकित्सा विभाग से उन्हें मिल क्या रहा है. आशा वर्कर्स लगातार कार्य बहिष्कार करती हुई चली आ रही है. जिसको लेकर अधिकारियों से धमकी मिल रही है कि या तो काम पर आ जाए, नहीं तो उन्हें हटा दिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले ये वादा किया था कि उनकी सरकार आते ही मानदेय कर्मियों को नियमित कर दिया जाएगा, लेकिन कांग्रेस को सत्ता में आए दो साल होने के बावजूद भी कांग्रेस सरकार चुप्पी साधे बैठी है. वहीं इन आशा वर्करों का कहना है कि जब तक उनको नियमित किया जाएगा, तब तक उनकी न्यूनतम मजदूरी दी जाए. जिससे अपने परिवार का भरण पोषण कर सके.

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जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है, तब तक यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. आशा सहयोगिनियों की जानकारी मिलते ही विधायक संदीप यादव रवाना हुए और कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने आशा सहयोगिनियों की बात सुनी और ज्ञापन भी लिया. मुख्यमंत्री गहलोत से राय सुमारी कर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया. जिसके बाद सभी अपने घर को वापस लौट गई.

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