अलवर. अलवर सहित पूरे प्रदेश में एसीबी की टीमें लगातार ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दे रही हैं. रिश्वतखोर कर्मचारी और अधिकारियों के खिलाफ कई मामले सामने आ रहे हैं. अलवर एसीबी की दोनों यूनिटों ने अबतक 27 ट्रैप की कार्रवाई की है. बुधवार रात एसीबी के डीआईजी विष्णुकांत अलवर (ACB DIG Vishnukant Alwar tour) पहुंचे. जहां उन्होंने दोनों यूनिट के अधिकारियों के साथ बैठक की और जरूरी दिशा निर्देश दिए और पेंडिग मामलों का जल्द निस्तारण करने का आदेश दिया.
एसीबी के डीआईजी विष्णु कांत ने कहा कि पहले की तुलना में ज्यादा अभियोजन की स्वीकृति मिल रही है. रिश्वतखोर कर्मचारी और अधिकारियों पर एसीबी शिकंजा कस रही है. रिश्वतखोरों के खिलाफ जानकारी देने के लिए एसीबी ने टोल फ्री नंबर भी जारी किया है. शिकायत और सूचना देने वाले व्यक्ति की जानकारी गुप्त रखी जाती है. उन्होंने कहा कि जिले में कई मामले अभी पेंडिंग है. उन पर काम चल रहा है. जल्द ही कुछ दिनों में बड़ी कार्रवाई देखने को मिलेंगे.
पढ़ें:ACB Action in Alwar: खेड़ली नगर पालिका का EO 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार
उन्होंने कहा कि एसीबी 3 तरह की कार्रवाई करती है. तीनों ही मामलों में मामले दर्ज किए जा रहे हैं. पूरे प्रदेश में इस बार 700 से ज्यादा अभियोजन की स्वीकृति एसीबी को मिली है. जो बीते सालों की तुलना में ज्यादा है. एसीबी सभी मामलों को अंजाम तक पहुंचाने का प्रयास करती है. उन्होंने कहा प्रदेश में रिश्वत लेने वाले अधिकारी किसी भी राज्य के हो एसीबी को अगर सूचना मिलेगी तो उन्हें नहीं छोड़ा जाएगा.
डीआईजी ने आगे कहा कि 30 सितंबर तक प्रदेश में 362 ट्रैप की कार्रवाइयों को अंजाम दिया गया है. जबकि 10 अक्टूबर तक 497 मामलों को अंजाम तक पहुंचाया गया है. उन्होंने बताया कि साल 2020 से पहले की तुलना में मामलों में कई गुना की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. अलवर जिले में एसीबी की टीम बेहतर काम कर रही है. उन्होंने आम लोगों से कहा अपनी मेहनत की कमाई भ्रष्ट अधिकारियों को देने की जानकारी एसीबी के साथ शेयर करें. एसीबी पूरे मामले को गुप्त रखती है. सूचना देने वाले व्यक्ति की जानकारी डिस्क्लोज नहीं की जाती है.