पुष्कर (अजमेर). आज के समय में जहां महिला सशक्तिकरण की कई योजनाएं भारत की महिलाओं को संबल दे रहीं हैं. वहीं पुष्कर में एक विधवा महिला आत्म स्वावलंबन का प्रतीक बनकर उभरी है. मंगला तिवारी पति के निधन के बाद परिवार का पेट पालने के लिए तीर्थ नगरी पुष्कर में पिछले 4 सालों से साउथ इंडियन व्यंजनों का ठेला लगा रहीं हैं. अपने 18 साल के बेटे कृष्ण तिवारी के साथ जीवन यापन कर रही हैं.
दरअसल नागौर जिले की मंगला तिवारी 16 साल पहले अपने पति ओमप्रकाश तिवारी के साथ पुष्कर आई थी. यहां उनके पति ओमप्रकाश के साथ किराए के मकान में रहने लगी. इसके बाद उनके पति ओमप्रकाश तिवारी ने ठेला लगाकर साउथ इंडियन व्यंजन बेचने का कार्य शुरू किया. लेकिन चार साल पहले मंगला के पति का बीमारी के कारण निधन हो गया. इसके बाद मंगला पर परिवार चलाने की जिम्मेदारी आ गई. उस समय बेटा कृष्ण सिर्फ 14 साल का था. वह स्कूल में पढ़ाई कर रहा था.