अजमेर. उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंगरेप मामले को लेकर राजस्थान में आक्रोश है. हर वर्ग, हर तबका हाथरस केस के पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग कर रहा है. इसी कड़ी में सोमवार की सुबह वाल्मीकि समाज के लोगों ने हाथरस मामले को लेकर प्रदर्शन किया.
अजमेर में वाल्मीकि समाज का प्रदर्शन वाल्मीकि समाज के लोगों को कहना है कि समाज की बेटी के साथ इस तरह की दर्दनाक हरकत को अंजाम दिया गया है. उसके खिलाफ समाज में रोष व्याप्त है. उन्होंने कहा कि जब तक इस मामले में न्याय नहीं मिल जाता, तब तक विरोध जाहिर रहेगा. समाज के लोगों ने न्याय दिलाने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की. साथ ही उन्होंने बताया कि वे राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपेंगे.
प्रदर्शन के दौरान ट्रांबे सवाई डिपो के बाहर सभी कर्मचारी लामबंद हो गए, जहां उन्होंने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिले.
लगभग 5000 कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर रहे
सफाई कर्मचारियों के अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को शहर के 5000 कर्मचारी काली पट्टी बांधकर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं हाथरस गैंग रेप के चारों आरोपियों को फांसी देने की मांग की जा रही है. वहीं उन्होंने चेतावनी दी कि न्याय नहीं मिला तो स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ा दी जाएगी.
यह भी पढ़ें.प्रदेश में बढ़ रही दुष्कर्म की वारदातों पर बोले DGP, कहा- राजस्थान पुलिस नहीं छुपाती मामले, आंकड़ों से घबराने की जरूरत नहीं
वहीं कर्मचारी संघ के नेता गौरी शंकर ने जानकारी देते हुए बताया कि जल्द से जल्द फैसला नहीं किया गया तो जल्दी सभी सफाई कर्मचारी सफाई व्यवस्था को ठप कर देंगे. जिसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी.
बारां प्रकरण को लेकर बीजेपी का प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन
पूरे देश में हाथरस में युवती के साथ हुई ज्यादती का मामला गूंज रहा है. इसके साथ-साथ राजस्थान के बारां जिले में भी नाबालिग से जुड़ा एक घटनाक्रम भी चर्चा में है. जिसको लेकर विपक्ष गहलोत सरकार पर आक्रामक है. हालांकि मुख्यमंत्री गहलोत कह चुके हैं कि बारां में कोई भी विपक्ष का आदमी जाकर पीड़ित परिवार से मिल सकता है, लेकिन भाजपा ने इसे मुद्दा बनाते हुए सोमवार को पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है.