अजमेर.पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खरवा चौराहे पर आगमन से पहले फायरिंग के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने दूसरे गुट पर दहशत कायम करने के उद्देश्य से फायरिंग की थी. फायरिंग के बाद दूसरे गुट के लोगों ने फायरिंग करने वाले को दौड़ाया था लेकिन वह गाड़ी में फरार हो गया था.
ब्यावर सदर थाना प्रभारी चेनाराम बेडा ने बताया कि 17 फरवरी को रानीसागर निवासी जसवीर सिंह रावत ने ब्यावर सदर थाने में फायरिंग के आरोपी सुरेश गुर्जर और उसके साथियों के खिलाफ नामजद प्रकरण दर्ज करवाया था. अजमेर एसपी चूनाराम जाट के निर्देश पर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई थी. पुलिस की टीम ने विजय नगर के सूती खेड़ा गांव निवासी लाला राम गुर्जर और विजय नगर के ग्राम बाड़ी निवासी परमेश्वर गुर्जर को गिरफ्तार किया है.
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फायरिंग के मामले में मुख्य अभियुक्त सुरेश गुर्जर उर्फ सूर्या अभी फरार हैं. थाना प्रभारी चेनाराम बेडा ने बताया कि जसवीर सिंह ने दर्ज रिपोर्ट में बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खरवा आगमन के दौरान खरवा चौराहे पर हम लोग स्वागत के लिए खड़े थे. जहां सुरेश गुर्जर उर्फ सूर्या तीन स्कॉर्पियो गाड़ियों में अपने साथियों के साथ वहां आया और जान से मारने की नीयत से उसने फायर कर दिया. जसवीर सिंह का आरोप था कि घटना से कुछ दिनों पहले भी हनुतिया रामगढ़ क्षेत्र में भी उस पर आरोपियों ने हमला किया था.
यह था मामला
17 फरवरी को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ब्यावर में विधायक शंकर सिंह की माता के निधन पर आयोजित शोक सभा में भाग लेने के लिए ब्यावर जा रही थी. खरवा चौराहे पर उनके स्वागत के लिए कई लोग खड़े थे कि तभी दो गुटों के बीच तनातनी का माहौल हो गया. इस पर सुरेश गुर्जर उर्फ सूर्या ने दहशत फैलाने की नीयत से हवाई फायर कर दिया. इस घटना के बाद जसवीर सिंह गुट के लोगों ने उसे घेर लिया. फायरिंग के बाद सुरेश गुर्जर उर्फ सूर्या और उसके साथी मौके से भाग निकले. इस घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल हो गया. हालांकि फायरिंग की घटना के वक्त पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का काफिला खरवा चौराहा नहीं पहुंचा था. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था.