अजमेर. अजमेर में कोरोना फिर से पैर पसारने लगा है. मार्च महीने में 249 मरीज अभी तक सामने आ चुके हैं. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर संदिग्ध कोरोना मरीजों की जांच के निर्देश जारी कर दिए है. इससे कोरोना के और भी मरीज सामने आने की संभावना है.
कोरोना का खतरा टला नहीं है बल्कि फिर से कोरोना पैर पसार रहा है. बाजारों और सामाजिक गतिविधियों को देखें तो लगता नहीं है कि कोराना कभी आया भी था और खत्म भी हो चुका है. लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक मास्क, सैनिटाइज और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करना बंद कर दिया है. मार्च माह में मिले अधिकांश कोरोना के मरीज संपर्क की वजह से पॉजिटिव हुए हैं. इनमें ज्यादातर बाहर से आने वाले लोग और शादियों में शरीक होकर कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आए है. विभाग ने पुनः कोरोना मरीजो की कांटेक्ट हिस्ट्री जुटाना शुरू कर दिया है. शनिवार को जिले में 29 मरीज सामने आए है.
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जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के मुख्य अधिकारी डॉ. केके सोनी ने बताया कि लोग कोरोना को लेकर सरकार की गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं. इस लापरवाही की वजह से कोरोना का संक्रमण फैल रहा है. डॉ. सोनी ने बताया कि सीएम अशोक गहलोत और शिक्षा मंत्री डॉ. रघु शर्मा 2 दिन से लगातार कोरोना को लेकर जिलों में किए जा रहे कामों की समीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि विभाग जन जागरूकता अभियान चलाए हुए थे लेकिन कोरोना के लेकर जो गाइडलाइन सरकार की ओर से जारी की गई है, उसकी पालना यदि की जाएगी. तभी कोरोना की रोकथाम संभव है. उन्होंने बताया कि लोगों ने मास्क लगाना कम कर दिया है. शादी ब्याह में शरीक होने वाले लोग मास्क नहीं लगाते हैं.