नए नवाचार के साथ Prelims परीक्षा संपन्न, परिक्षार्थी बोले अजमेर.आरएएस प्री परीक्षा 2023 रविवार को शांतिपूर्ण संपन्न हुई. परीक्षा में कुल 6 लाख 96 हजार 969 अभ्यर्थी पंजीकृत थे, इसमें से कुल 4 लाख 57 हजार 957 अभ्यर्थी परीक्षा में उपस्थित रहे, जबकि 2 लाख 39 हजार 12 अभ्यर्थी परीक्षा में अनुपस्थित रहे. आयोग ने परीक्षा में गड़बड़ी को रोकने के लिए नए नवाचार को आरएएस प्री परीक्षा 2023 में पहली बार लागू किया.
गड़बड़ी को रोकने के लिए नवाचार : राजस्थान लोक सेवा आयोग की राजस्थान राज्य अधीनस्थ सेवा संयुक्त परीक्षा (प्रारंभिक) दोपहर 2 बजे शांतिपूर्ण संपन्न हो गई है. सुबह 10 बजे से पहले ही अभ्यर्थी परीक्षा केंद्रों पर जुटते हुए नजर आए. परीक्षा से 1 घंटे पहले परीक्षा केंद्रों पर त्रिस्तरीय जांच के बाद अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया गया. इस वर्ष की पहली बड़ी परीक्षा आरएएस प्री परीक्षा 2023 में आयोग ने गड़बड़ी को रोकने के लिए नवाचार किया है. पहले अगर किसी प्रश्न का उत्तर नहीं पता हो तो अभ्यर्थी ओएमआर शीट पर चारों विकल्प खाली छोड़ देते थे, लेकिन इस बार आयोग ने चार ऑप्शन की जगह 5 ऑप्शन दिए हैं. यानी अगर किसी प्रश्न का जवाब नहीं पता हो तो अभ्यर्थी पांचवा ऑप्शन चुनना होगा.
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OMR शीट में गोले भरने में अतिरिक्त समय लगा : इस नवाचार के अलावा परीक्षा में अनुचित कृत्य में लिप्त पाए जाने पर राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम के अधयुपाय) अधिनियम 2022 के तहत आजीवन कारावास और 10 करोड़ रुपए के जुर्माने से दंडित कर चल-अचल संपत्ति कुर्क कर जब्त करने का प्रावधान है. इस अधिनियम को भी आयोग की इस परीक्षा में लागू किया गया है. सुरक्षा के मद्देनजर दोनों ही प्रावधानों को लेकर अभ्यर्थी संतुष्ट नजर आए. हालांकि कुछ अभ्यर्थियों ने पांचवें विकल्प को लेकर कहा कि पांचवीं विकल्प की आदत नहीं होने के कारण ओएमआर शीट में गोले भरने में समय अतिरिक्त लगा है.
यह बोले अभ्यर्थी :अभ्यर्थी साहिल ने बताया कि रीजनिंग और गणित के प्रश्न काफी अच्छे स्तर के थे. देश और प्रदेश के सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे गए थे. उन्होंने बताया कि प्रत्येक प्रश्न के साथ उत्तर के पांच विकल्प थे. प्रश्न पत्र में 150 प्रश्न पूछे गए थे. इनमें से 15 प्रश्नों के उत्तर छोड़ने पर अपात्र किया जाने का प्रवधान था, यानी किसी ने 15 से अधिक प्रश्न के उत्तर नहीं दिए और पांचवें विकल्प का भी चयन नहीं किया तो वह परीक्षा से अपात्र घोषित किया जाएगा. यह परीक्षा में होने वाली गड़बड़ियों को रोकने के लिए आयोग की ओर से अच्छा नवाचार है.
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अभ्यर्थियों को पांचवे ऑप्शन की ज्यादा चिंता :अभ्यर्थी सांवरलाल बताते हैं कि पहले कई परीक्षा में पेपर लीक और गड़बड़ी होने की बात सामने आई थी. ऐसे में पेपर लीक और गड़बड़ियों को रोकने के लिए कड़े कानून बनाकर लागू किया गया है. निश्चित तौर पर इससे मेहनत करने वाले अभ्यर्थियों को फायदा मिलेगा और अभ्यर्थियों का मनोबल बढ़ेगा. अभ्यर्थी आरती ने बताया कि प्रश्न के उत्तर में पांच विकल्प देने से अभ्यर्थियों को अतिरिक्त समय लग रहा था, जो ठीक नहीं है. अभ्यर्थियों को ज्यादा चिंता पांचवे ऑप्शन को भरने की थी कि कहीं यह छूट न जाए. पांचवां विकल्प भरने के अनिवार्यता दिमाग में थी. इसका असर अन्य प्रश्न पर भी पड़ रहा था.