अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग की तरफ से आयोजित सेकेंड ग्रेड टीचर परीक्षा में पेपर लीक (RPSC Paper Leak Case) होने से पूरे राज्य के अभ्यर्थी अपने करियर को लेकर संशय में हैं. इस बीच 8 फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए. अब आयोग इनके साथ 8 और लोगों पर आजीवन परीक्षाओं से विवर्जित (डिबार) करने की कार्रवाई करने जा रहा है. दरअसल, सभी मामलों से संबंधित 8 मूल अभ्यर्थियों और 8 डमी अभ्यर्थियों यानी कुल 16 लोगों के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज किया गया है.
46 अभ्यर्थियों पहले ही डिबार घोषित: इस परीक्षा में पहले ही 46 अभ्यर्थियों को आयोग (Rajasthan Public Service Commission) की ओर से हमेशा के लिए परीक्षाओं से डिबार किया जा चुका है. आयोग सचिव एचएल अटल ने बताया, '21 दिसंबर से अभी तक वास्तविक अभ्यर्थी की जगह अन्य व्यक्ति द्वारा परीक्षा देने का प्रयास करने के 8 मामले सामने आए हैं. सभी प्रकरणों में परीक्षा केंद्रों की सख्त सुरक्षा व्यवस्थाओं के चलते डमी अभ्यर्थियों को तुरंत रोका गया.' अटल ने आगे बताया कि अभी तक उदयपुर में 4, जोधपुर में 2, भरतपुर और झुंझुनू में 1-1 डमी अभ्यर्थियों से संबंधित कुल 8 मामले आयोग के संज्ञान में आए हैं.
ये भी पढ़ें:आरपीएससी का सख्त एक्शन...पेपर लीक में पकड़े गए 46 अभ्यर्थी अयोग्य घोषित...नहीं दे सकेंगे कोई परीक्षा