अजमेर.जिले का राजकीय सम्राट पृथ्वीराज चौहान महाविद्यालय शायद प्रदेश का पहला ऐसा महाविद्यालय बन गया है, जहां बच्चों की किलकारियां गूंजती हुई मिलेंगी. महाविद्यालय में महिला कर्मचारियों की सुविधा को देखते हुए शिशु गृह स्थापित किया गया है. शिशु गृह में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की देखभाल की जाएगी.
अजमेर के इस महाविद्यालय में गूंजेगी बच्चों की किलकारियां...ये है वजह - rajasthan
अजमेर का राजकीय सम्राट पृथ्वीराज चौहान महाविद्यालय में अब बच्चों की किलकारियां गूंजती सुनाई देंगी. दरअसल, विद्यालय प्रशासन एक नवाचार करने का निर्णय लिया है. जिसके तहत महाविद्यालय की महिला कर्मचारियों की सुविधा को देखते हुए शिशु गृह स्थापित किया गया है. शिशु गृह में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की देखभाल की जाएगी.
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महाविद्यालय प्राचार्य, मुन्ना लाल अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि राजकीय महाविद्यालय अजमेर में 120 महिला कर्मचारी हैं, जिनमें कॉलेज व्याख्याता भी शामिल हैं. इनमें से अधिकांश के बच्चे कम उम्र के होने के चलते इसका सीधा असर उनके द्वारा दी जाने वाली सेवाओं पर पड़ रहा है. इसको देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने यह नवाचार करने का निर्णय लिया है.
प्राचार्य के अनुसार आने वाले समय में महाविद्यालय के 30 महिला व्याख्याता सेवानृवित्त होने वाली हैं. ऐसी स्थिति में संभावनाएं इस बात की ज्यादा बन जाती है कि अजमेर का राजकीय सम्राट पृथ्वीराज चौहान महाविद्यालय महिला कर्मचारियों की संख्या के मद्देनजर प्रदेश का ऐसा पहला महाविद्यालय बन जाएगा, जहां बच्चों की किलकारियां गूंजती हुई नजर आएंगी.