अजमेर. प्याज की बढ़ी कीमत अब शतक लगाने जा ही है. जिसके चलते आमजन के जीवन में प्याज ने गहरा असर डाला है. आलम यह है कि होटल और रेस्टोरेंट्स में सलाद के रूप में निशुल्क दिया जाने वाला प्याज अब गायब हो चला है. वहीं, ग्राहकों से आबाद रहने वाले चाट, पाव भाजी और छोले कुलचे के ठेलों पर प्याज नहीं मिलने से ग्राहकों की संख्या पहले से काफी कम हो गई है.
प्याज खाने के शौकीन लोगों को अब होटल में देना होगा EXTRA CHARGE अजमेर विकास प्राधिकरण के सामने स्थित प्रेम कुमार के छोले कुलचे का स्वाद लोगों की जुबान पर इतना चढ़ चुका है कि लोग दूर-दूर से यहां छोले कुलचे खाने आते हैं. लेकिन अब छोले के साथ प्याज की न्यूनतम मात्रा मिलने से ग्राहकों की संख्या कम हो गई है. दुकान के संचालक प्रेम कुमार बताते हैं कि मजबूरी वश नियमित ग्राहकों को प्याज की कतरन में मूली मिलाकर देना पड़ रहा है.
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वहीं, समझदार ग्राहक भी जानते हैं कि महंगे प्याज को सलाद के तौर पर खिलाना अब होटल या ठेला संचालकों के बस में नहीं है. लेकिन कहीं ना कहीं ग्राहकों को इस बात का मलाल भी है कि प्याज होता तो मजा आ जाता. रेस्टोरेंट में भोजन कर चुके दुर्गा राम चौधरी बताते हैं कि वो अजमेर में पिछले सात दिन से हैं और अलग-अलग जगहों पर भोजन कर चुके हैं. लेकिन कही पर भी उन्हें सलाद में प्याज नहीं मिला.
रेस्टोरेंट संचालक मंजू कुमावत ने बताया कि रेस्टोरेंट संचालकों की अपनी मजबूरी है. जिसके चलते वो जैसे तैसे ग्रेवी में कुछ मात्रा में प्याज डाल रहे हैं, जिससे प्याज की खुशबू आ सके. साथ ही मंजू ने बताया कि 80 रुपए किलो प्याज को ऐसे ही सलाद में नहीं दिया जा सकता है. इसके लिए ग्राहक के प्याज मांगने पर उससे अलग से चार्ज लिया जाता है.
कुल मिलाकर महंगे हुए प्याज ने आमजन के जीवन को प्रभावित कर दिया है. आलम यह है कि होटलों में प्याज अलग से खरीद कर खाना पड़ रहा है. लेकिन ये हर किसी के बस में नहीं है.