अजमेर. वर्ष 2022 अलविदा कहने जा रहा है. इस वर्ष में कई ऐसी घटनाएं हुईं जिसने (Rajasthan Ajmer Year Ender 2022) समाज को झकझोर कर रख दिया. वहीं कुछ घटनाएं ऐसी भी हुईं जिसने सियासत में गरमाहट पैदा कर दी. आइए एक नजर डालते हैं वर्ष 2022 में अजमेर में सुर्खियों में रहीं कुछ घटनाओं पर...
आरबीएसई रीट पेपर लीक प्रकरण : राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित रीट परीक्षा पेपर लीक का मामला सड़क से लेकर सदन तक गरमाया रहा. इस मामले ने इतना तूल पकड़ा कि बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारोली को पद से बर्खास्त किया गया. वहीं तत्कालीन बोर्ड सचिव समेत कई अधिकारियों पर भी गाज गिरी. इस मामले को लेकर उपजे विवाद से अजमेर भी अछूता नहीं रहा. पूरे प्रदेश में इस मुद्दे को लेकर सियासत गरमाई. अजमेर में भी विपक्ष दल ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
शर्मसार करने वाली घटना : धर्म विशेष के उपासना स्थल में मदार इलाके में 13 अप्रैल को एक मुनि की हरकत (Incidents of Ajmer in Year 2022) ने समाज और शहर को शर्मसार कर दिया. मुनि पर एक किशोर के साथ गलत हरकत करने का आरोप लगा था. मुनि ने समाज के लोगों के समक्ष गलती स्वीकार की और माफीनामा भी दिया. इस पर गुस्साए लोगों ने मुनि के साथ मारपीट की और उनका आचार्य पद छीन लिया. साथ ही उसे रातों-रात शहर से रवाना कर दिया. यह वो घटना थी जिसने लोगों की आस्था पर चोट पहुंचाई.
शहर में जन्मे पराग अग्रवाल बने थे टि्वटर के सीईओ :वर्ष 2022 की चर्चित खबरों में से एक रहा अजमेर में जन्मे पराग अग्रवाल का ट्विटर का सीईओ बनना. बताया जाता है कि 1984 में पराग अग्रवाल का जन्म अजमेर के जेएलएन अस्पताल में हुआ था. अजमेर के धान मंडी क्षेत्र में पराग अग्रवाल का परिवार सवा महीने तक रहा था. इससे पहले पराग का परिवार सन 1979 तक अजमेर की खजाना गली और 1984 तक धान मंडी के मदन निवास के एक कमरे में रहता था. बताया जाता है कि पराग अग्रवाल के दादा रामचंद्र अग्रवाल यहां रहकर मुनीम का काम करते थे. साल भर पहले ट्विटर के सीईओ का पद संभालने वाले पराग अग्रवाल को उनकी जिम्मेदारी से 2 माह पहले ही मुक्त कर दिया था. यह दोनों घटना भी शहर में चर्चा का विषय रही.
सद्भाव को चोट पहुंचाने वाली शर्मसार घटना:उदयपुर में कन्हैया लाल के हत्यारों के वायरल वीडियो में (Crimes in Ajmer in year 2022) सर तन से जुदा नारा लगाया गया था. उसी नारे का इस्तेमाल तब किया गया जब विशेष समुदाय के लोग नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में मौन जुलूस निकाल रहे थे. सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल अजमेर दरगाह की सीढ़ियों से 17 जून 2022 को कुछ लोगों ने सर तन से जुदा नारा लगाकर हेट स्पीच दी थी. इस मामले में मुख्य आरोपी गोहर चिश्ती समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इस घटना को लेकर पुलिस कार्रवाई भी नहीं हुई थी. दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर भाजपा नेता रहीं नूपुर शर्मा की हत्या करने वाले को खुद का मकान और जायदाद देने की बात कही थी. बाद में ख़ादिम सलमान चिश्ती को गिरफ्तार किया गया था. इस हेट स्पीच के मामले ने पूरे देश में अजमेर की छवि को धूमिल किया.