अजमेर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. दूसरी लिस्ट में अजमेर के पांच विधानसभा क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की गई है. जिले में मसूदा को छोड़कर बीजेपी ने सातों विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं. भाजपा की पहली और दूसरी सूची में सभी सीटों पर पार्टीके पुराने चेहरों को ही जगह मिली है. इधर कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है.
जिले में भाजपा की दूसरी सूची में पुष्कर क्षेत्र से सुरेश सिंह रावत, अजमेर उत्तर से वासुदेव देवनानी, अजमेर दक्षिण से अनीता भदेल, नसीराबाद से रामस्वरूप लांबा, ब्यावर से शंकर सिंह रावत को टिकट दिया गया है, जबकि भाजपा की पहली सूची में किशनगढ़ से भागीरथ चौधरी और केकड़ी से शत्रुघ्न गौतम को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है.
पुराने चेहरों को मिला मौका : भाजपा ने जिले में सात विधानसभा क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं. ये सभी उम्मीदवार पुराने चेहरे हैं. अजमेर शहर की बात की जाए तो अजमेर उत्तर से वासुदेव देवनानी और अजमेर दक्षिण से अनीता भदेल को पांचवीं बार लगातार बीजेपी ने टिकट दिया है. देवनानी व भदेल दोनों ने ही विगत चार चुनाव जीते हैं. पुष्कर में सुरेश सिंह रावत लगातार दो बार विधायक रहे हैं. इस बार रावत का क्षेत्र में विरोध होने के बावजूद भी भाजपा ने उन पर भरोसा जताया है. नसीराबाद क्षेत्र से पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और जाट नेता सांवरलाल जाट के पुत्र रामस्वरूप लांबा को भाजपा ने दूसरी बार मैदान में उतारा है. पिछले चुनाव में लांबा ने जीत हासिल की थी. इसी तरह ब्यावर क्षेत्र से शंकर सिंह रावत को भाजपा ने चौथी बार मैदान में उतारा है.
अजमेर में भाजपा ने पुराने चेहरों को दिया मौका पढ़ें : Rajasthan assembly Election 2023 : भाजपा की दूसरी सूची में 8 विधायकों के कटे टिकट, राजवी को चित्तौड़गढ़ से मिला मौका, विश्वराज नाथद्वारा से मैदान में
इन पांचों उम्मीदवारों को बीजेपी ने रिपीट किया है, जबकि भाजपा की पहली सूची में शामिल केकड़ी से शत्रुघ्न गौतम को भाजपा ने तीसरी बार मैदान में उतारा है. हालांकि पहला चुनाव 2013 में शत्रुघ्न गौतम ने कांग्रेस के दिग्गज डॉ रघु शर्मा के सामने लड़ा था, इसमें गौतम ने जीत हासिल की थी. 2018 में शत्रुघ्न गौतम को भाजपा ने टिकट नहीं दिया और राजेंद्र विनायक को मैदान में उतारा था, लेकिन विनायक चुनाव हार गए थे. इस बार विनायक को रिपीट नहीं करके शत्रुघ्न गौतम को फिर से टिकट दिया गया है. इसी तरह किशनगढ़ में भी भाजपा ने इसी रणनीति से उम्मीदवार की घोषणा की है. किशनगढ़ से भागीरथ चौधरी को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है. भागीरथ चौधरी अजमेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी हैं. विगत चुनाव में किशनगढ़ से विकास चौधरी को भाजपा ने टिकट दिया था, लेकिन चुनाव हार गए थे. ऐसे में अब भागीरथ चौधरी को भाजपा ने टिकट दिया है. भागीरथ चौधरी किशनगढ़ से दो बार विधायक भी रह चुके हैं.
अजमेर उत्तर से वासुदेव देवनानी को टिकट पढ़ेंः Rajasthan assembly Election 2023 : भाजपा ने दूसरी सूची में हाड़ौती से 8 को उतारा मैदान में, पुराने चेहरों पर खेला दांव, 9 पर निर्णय बाकी
अपनों को मनाने की चुनौती :जिले में सात विधानसभा क्षेत्रों से भाजपा ने अपने उम्मीदवार की घोषणा तो कर दी है, लेकिन ये सभी उम्मीदवार चुनावी मैदान में नए नहीं हैं. ऐसे में भाजपा पार्टी से टिकट की दावेदारी कर रहे नए चेहरों को जोर का झटका लगा है. इस बार उम्मीद की जा रही थी कि भाजपा नए चेहरों को मैदान में उतारेगी, लेकिन अनुभवी और जिताऊ चेहरों को टिकट में प्राथमिकता दी गई है. इस कारण भाजपा से टिकट की उम्मीद लगाए बैठे दावेदारों के मन मे टीस जरूर है. किशनगढ़ में विगत चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार रहे विकास चौधरी ने इस बार भी चुनाव लड़ने की घोषणा की है. इसी तरह केकड़ी में विगत चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार रहे राजेंद्र विनायक भी अपने मन की टीस जाहिर कर चुके हैं. हाल ही में जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा ने उम्मीदवारों की घोषणा की है. ऐसे में इन उम्मीदवारों को भी अपनों को मनाने की जद्दोजहद पहले करनी होगी.
पढ़ें : Rajasthan Assembly election 2023: जोधपुर में भाजपा ने सूर्यकांता का टिकट काटा, कांग्रेस ने विधायकों पर फिर जताया विश्वास
मसूदा में माथापच्ची : जिले की मसूदा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने अभी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. मसूदा विधानसभा क्षेत्र में विगत चुनाव कांग्रेस के राकेश पारीक ने जीता था. यहां भाजपा ने सुशील कंवर पलाड़ा को दोबारा टिकट दिया था. सुशील कंवर पलाड़ा ने विधानसभा चुनाव हारने के बाद भाजपा से जिला परिषद सदस्य का चुनाव लड़ा, और ये चुनाव पलाड़ा ने जीत भी लिया था, लेकिन जिला प्रमुख का चुनाव उन्होंने निर्दलीय लड़ा और कांग्रेस के समर्थन से वे जिला प्रमुख बन गई थी. इस पर भाजपा ने सुशील कंवर पलाड़ा और उनके पति भंवर सिंह पलाड़ा को निष्कासित कर दिया. सुशील कंवर पलाड़ा 2013 में मसूदा से भाजपा की विधायक रह चुकी है. हालांकि, इस बार भी अंदरूनी तौर पर पलाड़ा ने भाजपा में शामिल होने और मसूदा से टिकट लेने की कवायद जारी रखी हुई है. इधर मसूदा से नए चेहरे भी भाजपा से टिकट की उम्मीद लगाए बैठे हैं.