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इको फ्रेंडली होगा पुष्कर पशु मेला स्थल, ऊंट और घोड़ा बग्गियों की सवारी करेंगे पर्यटक

Pushkar Mela 2023, आगामी 18 नवंबर से अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर पुश मेले का विधिवत शुभारंभ होगा. इस मेले में पशुओं की आवक अभी से ही शुरू हो गई है और इसमें प्रदेश और प्रदेश के बाहर से आने वाले अश्वों की जांच के लिए चौकियां बनाई गई हैं. साथ ही मेला स्थल को पूरी तरह से इको फ्रेंडली बनाने के लिए पशुपालन विभाग की ओर से नवाचार किए गए हैं.

Pushkar Mela 2023
Pushkar Mela 2023

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 15, 2023, 10:21 PM IST

पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. नवीन परिहार

अजमेर.पुष्कर में अंतर्राष्ट्रीय पशु मेले की अनौपचारिक शुरुआत हो चुकी है. इस बार मेला क्षेत्र में वाहनों को प्रतिबंधित कर पूरी तरह से आयोजन स्थल को इको फ्रेंडली बनाए जाने की कवायद हो रही है. साथ ही पर्यटकों के भ्रमण के लिए वाहनों की जगह ऊंट गाड़ी और घोड़ा बग्घी की व्यवस्था की जा रही है. मेले में पहली बार यह नवाचार किया गया है. वहीं, मेले में पशुओं की आवक को देखते हुए 13 चौकियां स्थापित की गई हैं, जहां पशुओं का हेल्थ चेकअप होगा. उसके बाद ही उन्हें मेले में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी.

पशुओं की स्वास्थ्य जांच के लिए बनाया अस्थायी अस्पताल :पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. नवीन परिहार ने बताया- ''अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेले का विधिवत शुभारंभ आगामी 18 नवंबर से होगा. मेले में पशुओं की आवक शुरू हो गई है और इसमें प्रदेश और प्रदेश के बाहर से आने वाले अश्वों की जांच के लिए चौकियां बनाई गई हैं. इन चौकियों पर पशु चिकित्सकों की तैनाती की गई है. साथ ही हेल्प डेस्क भी बनाई गई है. इसके इतर पुष्कर के सनसेट प्वाइंट पर अस्थायी रूप से पशुओं के लिए अस्पताल भी बनाया गया है, जहां ऊंट और घोड़े सहित सभी पशुओं के लिए चिकित्सा की व्यवस्था रहेगी. इस अस्थायी अस्पताल में चिकित्सकों की टीम के साथ-साथ स्टाफ भी मौजूद रहेंगे.

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इको फ्रेंडली होगा मेला स्थल :डॉ. नवीन ने बताया- ''पुष्कर मेला स्थल को इको फ्रेंडली बनाने का नवाचार किया जा रहा है. साथ ही मेला ग्राउंड में पर्यटकों की जगह प्रशासन की गाड़ियां शिविर के समीप रखी जाएंगी. यहां से मेला स्थल तक जाने के लिए ऊंट गाड़ियां और घोड़ा बग्घी का इस्तेमाल किया जाएगा.'' उन्होंने बताया- ''पर्यटक ही नहीं, बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ियां भी प्रशासनिक कैंप तक ही जा सकेंगी. वहीं, मेले को पूरी तरह से इको फ्रेंडली रखा गया है.'' उन्होंने बताया- ''प्रदेश के विभिन्न जिलों से ही नहीं, बल्कि इस मेले में प्रदेश के बाहर से भी पशुपालक आ रहे हैं. ऐसे में उन्हें अजमेर जिले की गिर नस्ल की गायों के बारे में जानकारी दी जाएगी. इसके इतर और भी कई नए नवाचार किए जा रहे हैं.''

अश्व प्रतियोगिता के लिए होंगे पंजीयन : डॉ. परिहार ने बताया कि- ''अश्व प्रतियोगिता 21 नवंबर को होगी. इसके लिए 18 नवंबर से पंजीयन किया जाएगा. एक ही दिन में चार प्रतियोगिताएं होंगी. 22 नवंबर को एक और प्रतियोगिता होगी, जिसमें बछेड़ा, बछेड़ी, घोड़ा और घोड़ी में से श्रेष्ठ नस्ल का चयन होगा. यह प्रतियोगिता विभाग की ओर से नहीं है, लेकिन इसको आयोजित किया जा रहा है. इसके अलावा 18 नवंबर को गिर नस्ल की गायों की प्रदर्शनी और प्रतियोगिता भी होगी. सरस डेयरी कैटल फीड की ओर से पशुपालकों को श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत भी किया जाएगा.

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