अजमेर.अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेले का आज से आगाज होने जा रहा है, जो आगामी 8 नवंबर तक चलेगा. इस मेले में लाखों की (International Pushkar Kartik Fair 2022) तादाद में पर्यटकों के शामिल होने की उम्मीद है. जिसमें देशी के साथ ही विदेशी पर्यटक भी शामिल होंगे. एक अनुमान के मुताबिक अब तक करीब 3 हजार विदेशी सैलानी पुष्कर पहुंच चुके हैं आगामी दिनों में इस संख्या में और बढ़ोतरी होने की पूरी उम्मीद है. इसे देखते हुए मेले में सुरक्षा के तगड़े इंतजामात किए गए हैं.
अजमेर जिला पुलिस के कप्तान चुनाराम जाट (Ajmer SP Chunaram Jat) ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से इस बार पार्किंग जोन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. ताकि पर्यटकों व ब्रह्मा दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को बेतरतीब वाहनों की पार्किंग से परेशान न होना पड़े. साथ ही पार्किंग जोनों में अतिरिक्त जाब्ता लगाए जा रहे हैं.
ढाई हजार पुलिसकर्मी संभालेंगे मोर्चा इसे भी पढ़ें - International Pushkar Fair 2022: अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेले का आज से आगाज, CM गहलोत करेंगे शुभारंभ
जाट ने बताया कि कार्तिक स्नान के लिए यहां भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. ऐसे में श्रद्धालु की सुरक्षा के लिए एसडीआरएफ और पुलिस मित्र के जवान 24 घंटे तैनात रहेंगे. एसपी ने बताया कि मेले में सुरक्षा को लेकर पुलिसकर्मियों की दो शिफ्टों में ड्यूटी लगाई गई है. लगभग ढाई हजार का जाब्ता मेले में सुरक्षा के लिए तैनात होंगे.
उन्होंने आगे बताया कि चैन स्नैचिंग, पर्स चोरी समेत अवांछनीय गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सादे वर्दी में पुलिसकर्मियों का पर्याप्त जाब्ता तैनात होगा. ब्रह्मा मंदिर सहित कई स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. जिसके जरिए श्रद्धालुओं की भीड़ में असामाजिक तत्व व संदिग्ध लोगों पर निगरानी (Anti social elements will be monitored) रखी जाएगी.
भीड़ बढ़ने पर होगा रैंपका उपयोग:एसपी ने बताया कि ब्रह्मा मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने की सूरत में एंटी प्लाजा की ओर बने रैंप का उपयोग किया जाएगा. इससे भीड़ को नियंत्रण करने में सुविधा होगी.
400 यातायातकर्मी संभालेंगे मोर्चा:एसपी ने बताया कि यातायात व्यवस्था को दुरुस्त बनाने रखने के लिए मेले में 400 यातायात पुलिसकर्मियों की तैनाती की जा रही है. उन्होंने बताया कि गुरुद्वारा से ब्रह्मा मंदिर तक वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित होगा. वहीं, कई मार्गों पर केवल पैदल यात्रा की अनुमति होगी.