अजमेर.दरगाह क्षेत्र के इमली मोहल्ले में स्थित जैद गेस्ट हाउस की चौथी मंजिल पर स्थित कमरे में हुए कत्ल की वारदात का अजमेर एसपी जगदीश चंद्र शर्मा ने खुलासा कर दिया है. कत्ल की वारदात को अंजाम मृतक के साले ने अपने नाबालिग मित्र के साथ मिल कर दी थी. मृतक के कमरे से मिली मोबाइल सिम के आधार पर पुलिस के हाथ आरोपी की गिरेबां तक जा पहुंचे.
अजमेर दरगाह क्षेत्र में 2 अगस्त को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद निवासी मोहम्मद माजिद की गला घोंट कर हत्या हुई. वहीं उसकी लाश गेस्ट हाउस के कमरे में 4 अगस्त को मिली थी. इस मामले का खुलासा पुलिस ने 6 दिन बाद कर दिया है. पुलिस के अनुसार इस ब्लाइंड मर्डर के खुलासे को करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. अजमेर पुलिस कप्तान जगदीश चंद्र शर्मा ने बताया कि मामले में आरोपी को उत्तराखंड के रुड़की कलियर शरीफ से गिरफ्तार किया गया है.
उन्होंने बताया कि आरोपी पश्चिम बंगाल के उत्तर दिमाजपुर जिले के गांव मंझोक का निवासी है. आरोपी की बहन के साथ मोहम्मद माजिद का निकाह हो चुका है. आरोपी कई साल से अलग रह रहा था. उन्होंने बताया कि मोहम्मद मजीद अपनी पत्नी के घरवालों पर तलाक का दबाव बना रहा था. साथ ही उनसे पैसे की डिमांड भी कर रहा था. पत्नी के घर वालों ने मोहम्मद माजिद साबरी को रुड़की स्थित कलियर शरीफ बात करने के लिए बुलाया था लेकिन उसने बात करने के लिए अजमेर में ही आने के लिए कहा.
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मोहम्मद माजिद कहना था कि उसकी पत्नी पर ऊपरी साया है. वह उसे तलाक देगा. इस बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद चल रहा था. बातचीत के लिए आरोपी और उसका नाबालिग साथी अजमेर आया और देहली गेट स्थित किराए के मकान में रहा. इस दौरान वह आरोपी नजरुल अपने जीजा से गेस्ट हाउस में दो तीन बार मिला भी था. मृतक की लाश मिलने के तीन दिन पहले भी आरोपी नजरुल और उसका नाबालिग साथ गेस्ट हाउस के कमरे में आया था. उसने बताया कि यह एक तरह से ब्लाइंड मर्डर था. जिसको खोलने में पुलिस को कामयाबी हासिल हुई है.
नाबालिग निरुद्ध
पुलिस ने मामले में घर का क्षेत्र में लगे कई सीसीटीवी कैमरे फुटेज खंगाले. एक फुटेज में आरोपी दो-तीन बार गेस्ट हाउस के पास नजर आया लेकिन उसकी तस्वीर साफ नहीं थी. पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए उस मोबाइल सिम पर फोकस किया गया, जो उसके कमरे से बरामद की गई थी.