अजमेर. सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 811वें उर्स के मौके पर अपनी अकीदत पेश करने के लिए पड़ोसी मुल्क से आए पाकिस्तानी जायरीन का जत्था अमृतसर के लिए रवाना हो गया है. अजमेर रेलवे स्टेशन से अजमेर-अमृतसर की विशेष ट्रेन में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के साथ पाक जायरीन का जत्था रवाना हुआ. इससे पहले रेलवे स्टेशन पर पाक जायरीन और उनके सामानों की जांच की गई. वहीं उनके पास मौजूद टोकन नंबर से प्रत्येक जायरीन का सत्यापन करने के बाद उन्हें ट्रेन में बैठाया गया.
पाक जायरीन अपनी इस यात्रा से कई सुनहरी यादें अपने साथ लेकर लौटे हैं. पाकिस्तानी जायरीन यहां की मेहमाननवाजी से काफी खुश नजर आए. इन जायरीनों का जत्था 25 जनवरी को यहां आया था. यहां उनके ठहरने और खाने-पीने से लेकर सभी मूलभूत सुविधाओं का इंतजाम चूड़ी बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में किया था. प्रत्येक पाकिस्तानी जायरीन खुफिया पुलिस की निगरानी में था. सेंट्रल गर्ल्स स्कूल से दरगाह उनके आने जाने तक सुरक्षाकर्मी उनके साथ ही रहते थे. सेंट्रल गर्ल्स स्कूल से रेलवे स्टेशन पहुंचने तक सुरक्षाकर्मी साथ ही रहे.
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बता दें कि उर्स के मौके पर 49 वर्षों से पाकिस्तानी जायरीन अजमेर आ रहे हैं. रेलवे स्टेशन पर पाकिस्तानी जायरीन ने ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स में दोबारा आने की दुआ मांगी. जायरीन अपनी जरूरत के हिसाब से अजमेर के बाजारों से खरीदारी भी की. रोजमर्रा की काम आने वाली चीजों के अलावा परिवार और रिश्तेदारों के लिए कपड़े भी लिये. कुछ जायरीन अपने साथ हेलमेट खरीद कर भी ले गए.