अजमेर. लोकसभा सांसद भागीरथ चौधरी (MP Bhagirath Choudhary) ने गहलोत सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने जयपुर ग्रेटर नगर निगम की मेयर और तीन पार्षदों को लेकर भी गहलोत सरकार पर प्रहार किया. इतना ही नहीं सांसद चौधरी ने महंगाई का जिम्मेदार भी गहलोत सरकार को ही ठहराया.
अजमेर लोकसभा सांसद भागीरथ चौधरी ने जिला कलेक्ट्रेट परिसर में मौजूद अजमेर सांसद कार्यालय में प्रेसवर्त्ता कर गहलोत सरकार पर जमकर प्रहार किया. चौधरी ने कहा कि प्रदेश में महिला एवं अनुसूचित जाति जनजाति पर अत्याचार के मामले बढ़े हैं. आगजनी, लूट, डकैती की वारदातें और भ्रष्टाचार में प्रदेश डूब गया है. कही भी शासन और प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है. चौधरी ने कहा कि गहलोत सरकार (Gehlot Government) ने हद तो अब कर दी. जब जनता के चुने प्रतिनिधियों (Jaipur Greater mayor suspension) को भी रविवार रात 11 बजे निलंबन कर दिया. उनका कसूर इतना ही था कि प्राइवेट कंपनी मनमानी से अपना कार्य करना चाहती है और जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि ने उसका विरोध किया. इस कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया. यह कैसा न्याय है. ऐसा लग रहा है कि 46 वर्ष पहले इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल (Emergency) लगाया था, उसकी पुनरावृत्ति करने की गहलोत सरकार ने ठान ली है.
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सांसद ने कहा कि राज्य सरकार के मंत्री और विधायक आपस में लड़ रहे हैं. एक दूसरे के खिलाफ क्या क्या बाते कर रहे हैं. यह खुद के लोगों को काबू में नहीं कर पा रहे उल्टा जनता पर जुल्म ढहा रहे हैं. जनप्रतिनिधियों को निलंबित कर रहे हैं. भाजपा बूथ स्तर से ऊपर संगठन तक का कार्यकर्ता इसकी निंदा करते हैं.
बूथ स्तर तक सरकार का करेंगे विरोध
सांसद चौधरी ने कहा कि ढाई वर्ष केंद्र सरकार को कोसने के अलावा राज्य सरकार ने कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से 80 करोड़ देश की जनता को निशुल्क अनाज दिया जा रहा है. पिछले लॉकडाउन में भी 80 करोड़ जनता को 5 किलो गेंहू, 5 किलो चावल और दाल वितरित की थी. राज्य सरकार के हालात यह है कि सीकर में चने की दाल खराब हो रही है.