पुष्कर (अजमेर).पुष्कर तमाम कयासों और आशंकाओं के बावजूद एक बार फिर पालिकाध्यक्ष के लिए कमल पाठक ही भाजपा के चेहरे होंगे. यह बात नामांकन भरने के आखिरी दिन आज साफ हो गई. पाठक ने पार्टी के प्रदेश पर्यवेक्षक मानसिंह किनसिरिया, विधायक सुरेश सिंह रावत की मौजूदगी में बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ अस्थाई निर्वाचन कार्यालय में निर्वाचन अधिकारी देविका तोमर के समक्ष अपना नामांकन दाखिल किया.
पुष्कर नगर पालिका चुनाव में अध्यक्ष पद के लिये भरे गए नामांकन पाठक के नामांकन में मुकेश कुमावत प्रस्तावक और मंडल अध्यक्ष पुष्करनारायण भाटी ने साक्षी बने. सैकड़ों लोगों ने पाठक को माला पहनाकर स्वागत किया. भाजपा समर्थकों ने पाठक को मालाओं से लादते हुए पाठक के पक्ष में जमकर नारेबाजी की. मशहूर ऊंट शुंरगारक अशोक टाक ने पाठक को साफा पहनाकर स्वागत किया. वरिष्ठ पार्षद शिवस्वरूप महर्षि भी इस दौरान साथ रहे.
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नामांकन भरने के बाद विधायक सुरेश सिंह रावत ने कहा कि भाजपा के पास स्पष्ठ बहुमत है और 26 नवम्बर को कमल पाठक ही पालिकाध्यक्ष बनेंगे. रावत ने कहा कहा कि भाजपा में न तो कोई विरोधाभास है और न कोई विरोध है. यह केवल कांग्रेस की और से अफवाह फैलाई जा रही है. रावत ने कहा कि कांग्रेस आज तक फर्जीवाड़े से ही चुनाव जीतती आई है. नामांकन भरने के बाद विधायक रावत के साथ कमल पाठक सहित मुकेश कुमावत और शिवस्वरूप महर्षि गुप्त स्थान पर बाड़ाबंदी के लिए रवाना हो गए.
दूसरी तरफ कांग्रेस ने भाजपा के ही बागी रविकान्त पाराशर को निर्दलीय मैदान में उतारकर भाजपा के रणनीतिकारों को हैरानी में डाल दिया है. रविकान्त पाराशर ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह राठौड़, पूर्व मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ और पूर्व पालिकाध्यक्ष दामोदर शर्मा की मौजूदगी में निर्वाचन अधिकारी देविका के समक्ष निर्दलीय अपना पर्चा दाखिल किया. इस दौरान रविकान्त और कांग्रेस के समर्थकों ने रविकांत के पक्ष में नारेबाजी करते हुए उन्हें मालाओ से लाद दिया.
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कांग्रेस की इस रणनीति से पुष्कर का चुनावी रण रोमांचक हो गया. बहरहाल राजनीतिक हालातों पर नजर की जाए तो संख्याबल की दृष्टि से भाजपा के कमल पाठक को मजबूत माना जा रहा है, लेकिन कांग्रेस के रविकान्त पर दांव खेलकर एक तरफ पार्टी में पनपे असन्तोष को काबू करने के प्रयास और भाजपा के दूसरे असंतुष्ठ और निर्दलीयों के सहारे चुनावी रण जीतने की इस योजना से बड़े उलटफेर से इनकार नही किया जा सकता. निर्दलीय रविकांत ने कहा कि उनका निर्णय पुष्करराज की सेवा और विकास के लिए है. पूर्व मंत्री नसीम अख्तर ने कहा कि पुष्कर के विकास के लिए कांग्रेस ने रविकांत को समर्थन देने का निर्णय लिया है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी देविका तोमर ने बताया कि नामांकन भरने के आखिरी दिन भाजपा के कमल पाठक और निर्दलीय रविकांत का नामांकन प्राप्त हुआ. कल शुक्रवार को नामांकन पत्रों की जांच होगी और शनिवार को नाम वापसी के बाद चुनाव चिन्ह आवंटित होंगे. 26 नवम्बर को चुनाव होंगे. चुनावी नतीजो पर नजर डालें तो भाजपा के 14 कांग्रेस के 9 और 2 निर्दलीय प्रत्याशी चुनावो में विजयी रहे. फिलहाल भाजपा के दूसरे असंतुष्ठ पार्षदों और निर्दलीय के सहारे पुष्कर की राजनीति में बड़े उलटफेर से भी इंकार नही किया जा सकता. बहरहाल सभी की नजरें पुष्कर के आगे के राजनीतिक घटनाक्रम पर टिकी हुई हैं.