अजमेर. देश में चल रहे लॉकडाउन के इस दौर में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना ग्रामीण लोगों के लिए वरदान बन गयी है. शहरों में लॉकडाउन के कारण रोजगार कम हो गए हैं, लेकिन मनरेगा ने गांवों में प्रत्येक वर्ग को सहारा दिया है. इसके तहत जिले में वर्तमान में 276 ग्राम पंचायतों में 2 हजार 559 कामों पर 24 हजार 331 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है. साथ ही गावों में न्यूनतम मजदूरी भी बढ़ाकर 220 रूपये कर दी गई है.
अजमेर: ग्रामीण इलाकों के लिए वरदान बनी मनरेगा योजना, जिले में 24 हजार से अधिक श्रमिकों को मिला रोजगार
देश में चल रहे लॉकडाउन के इस दौर में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना ग्रामीण लोगों के लिए वरदान बन गयी है. इसके तहत जिले में वर्तमान में 276 ग्राम पंचायतों में 2 हजार 559 कामों पर 24 हजार 331 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है. साथ ही गावों में न्यूनतम मजदूरी भी बढ़ाकर 220 रूपये कर दी गई है.
ग्रामीण इलाकों के लिए वरदान बनी मनरेगा योजना
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सोशल डिस्टेंसिंग का किया जा रहा है पूरा पालनः
जिला परिषद स्वीकृत कामों में कोरोना महामारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य नियमों का पूरा पालन किया जा रहा है. राठौड ने बताया कि, सभी कार्य स्थलों पर प्रत्येक लेबर को मास्क और गमछा लगाकर काम करना अनिवार्य किया गया है. सोशल डिस्टेंसिंग के साथ 4 बार हाथ धोना भी अनिवार्य कर दिया गया है.
Last Updated : May 24, 2020, 4:58 PM IST