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अजमेर: 'आसमान' प्रोजेक्ट के सर्वे के लिए नसीराबाद अस्पताल पहुंची जपाइगो की टीम, चिकित्साकर्मियों को दिए दिशा-निर्देश - japiagos team

अजमेर के नसीरबाद के राजकीय सामान्य चिकित्सालय में इंटरनेशनल संस्था जपायगो की टीम ने सर्वे किया. टीम ने चिकित्साकर्मियों के ओर से प्रसुताओं के साथ किये जा रहे व्यवहार और क्रियाकलाप की जानकारी ली. साथ ही योजना की सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के लिये महत्तवपूर्ण दिशा-निर्देश दिये.

अजमेर की खबर, team reached naseerabad hospital
अजमेर का नसीराबाद राजकीय सामान्य चिकित्सालय

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Published : Feb 3, 2020, 8:02 PM IST

नसीराबाद (अजमेर).मातृत्व और शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए भारत सरकार के प्रोजेक्ट “आसमान’ के तहत नसीराबाद के राजकीय सामान्य चिकित्सालय में इंटरनेशनल संस्था जपाइगो की टीम ने सर्वे किया. इस दौरान अस्पताल के लेबर रुम, शिशु वार्ड और न्यू बोर्न यूनिट का निरीक्षण किया. साथ ही चिकित्सा कर्मियों के ओर से प्रसुताओं के साथ किये जा रहे व्यवहार और क्रियाकलाप की जानकारी भी ली.

राजकीय सामान्य चिकित्सालय में इंटरनेशनल संस्था जपाइगो की टीम ने किया सर्वे

टीम में शामिल यूएस की जे.एच.यु की रिसर्च फेलोज मेगन कोहेन, एशले ग्रेस और जपाइगो सीनियर एडवाइजर गुलनोजा, दिल्ली स्थित जपाइगो एम.एल.ई एडवाइजर डॉक्टर सी.एस जोशी और जपाइगो एस.पी.ओ रोविन शर्मा ने अस्पताल प्रभारी डॉ. विनय कपूर, महिला चिकित्सक मधु शर्मा, चिकित्सक सुरभि गौड़ और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.प्रेम प्रकाश बालोटिया सहित कई चिकित्साकर्मियों से विस्तार से जानकारी ली. साथ ही योजना की सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के लिये महत्तवपूर्ण दिशा-निर्देश दिये.

टीम एडवाईजर डाक्टर सी.एस जोशी ने ईटीवी भारत को बताया कि मातृ और शिशु के स्वास्थ्य में सुधार के लिये अस्पताल में 'आसमान' योजना के तहत कार्यक्रम चलाया जा रहा है. जिसके तहत एप्लीकेशन में और सुझाव लेकर बेहतर बनाया जा सके. जिससे की डिजिटलाइजेशन के तहत अस्पताल में आने वाली प्रत्येक गर्भवती महिला और गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य का डेटा आनलाइन फीड हो सके.

वहीं अस्पताल प्रभारी डॉ.विनय कपूर ने कहा कि अस्पताल में मातृ और शिशु कल्याण के लिए 'आसमान' प्रोजेक्ट चलता है. सरकार की मंशा पेपरलेस एडमिशन करने की है, जिससे की महिला और गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य के डेटा पर आनलाइन निगरानी रखी जा सके.

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बता दें कि इस प्रोजेक्ट के तहत किए गए सर्वे में अत्याधुनिक उपकरण भी दिए गए, जिनसे गर्भवती महिलाओं और गर्भस्थ शिशु की जांच में आसानी होगी. इसके अलावा मायो उपकरण दिया गया है, जिसमें एक प्रॉब है. इस उपकरण को महिला के पेट में लगाते ही ये गर्भस्थ शिशु की धड़कन कैसी चल रही है, इसका पता लगा लेगा. साथ ही महिला का पल्स रेट भी इसमें रिकॉर्ड हो जाएगा.

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