अजमेर. सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह स्थित अस्ताना शरीफ से सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारण या वीडियो कॉलिंग नहीं की जा सकेगी. नौजवान खाद इमो की पहल पर अंजुमन ने यहां जैमर लगवा दिए हैं. इससे आस्ताना के आसपास मोबाइल का नेटवर्क भी बंद रहेगा.
लॉकडाउन और उसके बाद आस्ताना शरीफ से लाइव करने का अब ट्रेंड धीरे-धीरे शुरू हो गया था. बता दें कई जायरीन आकर अपने गांव शहर या घरवालों को वीडियो कॉलिंग या सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव दर्शन कराने लगे थे. जिसके बाद यहां पर जैमर लगा दिया गया है.
भीड़-भाड़ से भी बचा जा सकेगा