अजमेर. वैशाली नगर स्थित भगवान देवनारायण मंदिर की चारदीवारी तोड़ने पर विवाद (Gurjar Samaj protest in Ajmer) गरमा गया है. सोमवार देर रात मंदिर की चारदीवारी तोड़े जाने से नाराज गुर्जर समाज के लोग मंदिर के बाहर लामबंद हो गए. मंगलवार को भी समाज के लोग मंदिर के आसपास जुटे रहे. गुर्जर समाज का आरोप है कि चारदीवारी के लिए प्रशासन ने स्वीकृति दी थी और बदनियती से चारदीवारी को तोड़ा गया है. इससे समाज के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. बाद में प्रशासन और गुर्जर समाज के लोगों के बीच हुई वार्ता में कई मांगों पर सहमति बनी है.
राष्ट्रीय गुर्जर समाज के लोगों मंदिर की चारदीवारी टूटने की जानकारी मिलते ही मंदिर पहुंचने (Devnarayan temple in Ajmer) लगे. मंगलवार को लोगों के आने का सिलसिला जारी रहा. मौके पर सैकड़ों की तादाद में समाज के लोग जमा हो गए. इससे सड़क के दोनों ओर जाम लग गया. प्रशासन भी गुर्जर समाज के लोगों की भीड़ जुटने से सकते में आ गया. प्रशासन ने गुर्जर समाज के लोगों से वार्ता की पेशकश की. इस पर गुर्जर समाज के प्रतिनिधि मंडल ने प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता कर अपनी मांगें रखी. गुर्जर समाज के लोगों ने मांग रखी कि चारदीवारी को वापस उसी तरह बनाया जाए. वार्ता में प्रतिनिधिमंडल के साथ सहमति बन गई. इसके बाद राजस्थान गुर्जर महासभा और अन्य समाज के संगठनों के पदाधिकारियों ने मिलकर गुर्जर समाज के लोगों से समझाइश की. मंदिर क्षेत्र में जुटे गुर्जर समाज के लोग मंदिर की चारदीवारी बनने के प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद सड़क से हट गए और रास्ता खुल गया.
यह बोले गुर्जर नेताःगुर्जर नेता ओम प्रकाश भडाना ने कहा कि मंदिर की चारदीवारी तोड़ने से (Breaking boundary wall of Devnarayan temple) हिंदू समाज आहत था. 36 कौम के लोग मंदिर कि चारदीवारी तोड़े जाने से नाराज थे. भडाणा का आरोप है कि बदनियति से सनातन संस्कृति में आस्था रखने वाले लोगों की भावनाओं को आहत पहुंचाने के लिए इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. लोकतंत्र की मर्यादाओं को ध्यान में रखते हुए सभी लोगों ने मिलकर इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया. उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक महेंद्र सिंह गुर्जर, राजस्थान गुर्जर महासभा के पदाधिकारी सहित अन्य समाज के लोग मिलकर कलेक्टर अंशदीप से मिले. भड़ाना ने कहा गुर्जर समाज की मुख्य मांग तोड़ी गई चार दिवारी को पुनः बनाने की रही, जिसे प्रशासन ने मान लिया. उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान जिन पुलिसकर्मियों ने महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया. ऐसे पुलिसकर्मियों को चिह्नित करके उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस के उच्च अधिकारियों से मांग की जाएगी.