अजमेर. जीआरपी पुलिस ने अजमेर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को फर्जी रेल टिकट बेचने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है. पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया है कि वह पिछले पांच वर्ष के दौरान सैकड़ों लोगों को फर्जी टिकट बेच चुका है. वहीं उसने 50 फर्जी हवाई टिकट भी बेचे हैं.
रविवार को अजमेर रेलवे स्टेशन पर फर्जी रेलवे टिकट बेचने के आरोप में जीआरपी के हत्थे चढ़े आरोपी का नाम सुनील बर्मन है. वह पश्चिम बंगाल में कूच विहार का निवासी है. अजमेर में शातिर ने रेलवे स्टेशन पर रिजर्वेशन कार्यालय में पश्चिम बंगाल निवासी यात्री शहाबुद्दीन को झांसा देकर उसको रेल का फर्जी टिकट उसने बेचा था. शहाबुद्दीन की शिकायत दर्ज कर जीआरपी ने रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तब उसमें शातिर नजर आया.
जीआरपी थाने के प्रभारी राम अवतार ने बताया कि आरोपी ने स्वीकार किया है कि वह करीब 5 साल पहले से लोगों को ठगी का शिकार बनाता आ रहा है. आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर सीओडी ऑप्शन/ई पे लेटर का इस्तेमाल कर ई-टिकट का फॉर्मेट उसने अपने मोबाइल में सेव कर लिया. यूट्यूब साइट के माध्यम से एडिटिंग करना सीख लिया. इसके बाद देश के कई अलग-अलग रेलवे स्टेशन पर रिजर्वेशन कार्यालय में लगी लंबी-लंबी लोगों की कतारों में टिकट के जरूरतमंदों को वह तलाश करता. उन्हें झांसा देकर मोबाइल से ऑनलाइन टिकट कंफर्म होना बताकर रुपए ऐंठ लेता. थाना प्रभारी राम अवतार ने बताया कि शातिर सुनील बर्मन ने दिल्ली कोलकाता, बेंगलुरु ,चेन्नई, सिलीगुड़ी, तमिलनाडु, सियालदह हावड़ा, वर्धमान,जयपुर, अजमेर में लोगों को शिकार बना चुका है.