अजमेर. नगर निगम की ओर से संचालित स्थाई 7 रैन बसेरों में माकूल व्यवस्थाएं होने के बावजूद भी रात को रुकने वाले लोगों की संख्या काफी कम है. खासकर इन रैन बसेरों में ठहरने वालों में महिलाओ की संख्या ना के बराबर है. जागरूकता और प्रचार-प्रसार के अभाव में महत्वपूर्ण जनउपयोगी सुविधा से बेसहारा और निर्धन लोग कम ही लाभ उठा पा रहे हैं. ईटीवी भारत ने रात को इन रैन बसेरों का जायजा लिया तो सामने आया यह (Ground reality of rain basera in Ajmer) सच...
प्रदेश में सर्दी अब अपना रंग दिखाने लगी है. दिन और रात के तापमान में काफी कमी आई है. यही वजह है कि लोग भी अब सर्दी से बचने का जतन करने लगे हैं. लेकिन ऐसे भी कई लोग हैं जो खुले आसमां के नीचे जीवन बसर करने को मजबूर हैं. कुछ लोग मजबूरी में परिवार से दूर दो जून की रोटी कमाने के लिए शहर में रह रहे हैं, लेकिन उनके पास भी उतना पैसा भी नही होता कि वो किराए का मकान ले सकें. ऐसे लोगों के लिए एक मात्र सहारा रैन बसेरा होता है. अजमेर में यूं तो 365 दिन 7 रैन बसेरे संचालित हो रहे हैं, लेकिन सर्दियों में इनकी उपयोगिता और भी बढ़ जाती है.
ईटीवी भारत ने इन रैन बसेरों का जायजा लिया, तो पाया जागरूकता की कमी के चलते यहां तक जरूरतमंद लोग नहीं पहुंच पाते हैं. वहीं जिम्मेदार संस्था नगर निगम की ओर से भी इन रैन बसेरों की जानकारी के लिए कोई प्रचार-प्रसार नहीं किया रहा है. यही वजह है कि सर्दी के दौर में भी अधिकांश रैन बसेरों में बेड खाली ही नजर आ रहे हैं. जबकि यहां लोगों के लिए सभी तरह की मूलभूत सुविधाएं मौजूद हैं. खास बात यह है कि इन रैन बसेरों में महिलाओं की संख्या ना के बराबर है. जबकि महिलाओं के रहने के लिए अलग से व्यवस्था भी है.
व्यवस्थाएं माकूल पर उपयोग कम: प्रबंधक मुकुट कुमार शर्मा ने बताया कि दीनदयाल अंत्योदय योजना के तहत अजमेर में 7 स्थाई रैन बसेरे (आश्रय स्थल) हैं. इन आश्रय स्थलों को स्वंय सेवी संस्था को ठेके पर दिया गया है. इन 7 आश्रय स्थल में 396 लोगों के रुकने की व्यवस्था है. बंकर पलंग, तकिया, बिस्तर, रजाई, पीने के लिए पानी, मनोरंजन के लिए टीवी, शौचालय एवं स्नान घर हैं. इसके अलावा सर्दी से बचने के लिए अलाव के लिए सुखी लकड़ी है. वहीं कुछ आश्रय स्थलों पर रूम हीटर भी लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि नगर निगम की ओर से लगातार मॉनिटरिंग की जाती है. महिलाओं की सुरक्षा के लिए भी विशेष इंतजाम हैं. आश्रय स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे भी हैं.