अजमेर. अजमेर विकास प्राधिकरण (ADA) के चेयरमैन का पद दिलाने का झांसा देकर करीब 1 करोड़ 34 लाख रुपए ठगने के मामले में ऑनलाइन परिवाद पेश किया है. इसकी जांच सिविल लाइंस थाना पुलिस कर रही है. पीड़ित का आरोप है कि आरोपियों ने उससे अजमेर विकास प्राधिकरण का चेयरमैन बनाने के लिए मोटी रकम ली थी, लेकिन उसे चेयरमैन नहीं बनाया गया.
सिविल लाइंस थाना प्रभारी दलबीर सिंह फौजदार ने बताया कि सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में भोपो का बड़ा निवासी विष्णु भाटी परिवाद पेश किया है. भाटी का आरोप है कि अजमेर विकास प्राधिकरण का चेयरमैन बनाने के लिए आरोपियों ने उससे पहले 1 करोड़ रुपए लिये. बाद में आरोपियों ने झांसा देकर उससे 34 लाख रुपए और ले लिये. मगर आरोपियों ने उसे अजमेर विकास प्राधिकरण का चेयरमैन नहीं बनवाया.
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उसका आरोप है कि दिल्ली के शाहदरा में झारखंडी रोड पर स्थित भोलानाथ नगर निवासी धर्मेंद्र जोशी, कर्णव जोशी और उत्तर प्रदेश निवासी नरेंद्र शर्मा ने उसके साथ धोखाधड़ी कर 1 करोड़ 34 लाख 2 हजार 400 रुपए की ठगी की है. थाना प्रभारी दलबीर सिंह फौजदार ने बताया कि पीड़ित के परिवाद की जांच की जा रही है. जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
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5 से 6 रिश्तेदारों से आरोपियों को दिलवाए पैसे:प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि आरोपी बालमुकंद भाटी ने आरोपियों के झांसे में आकर अपने 5-6 रिश्तेदारों से पैसे आरोपियों को दिलवाए थे. इस संदर्भ में भी पुलिस पड़ताल कर रही है. प्रदेश में कांग्रेस सरकार पिछले 4 वर्षों में अजमेर विकास प्राधिकरण में खाली चेयरमैन का पद नहीं भर पाई है. हालांकि इस पद को लेकर कई दावेदार बड़े नेताओं के दरवाजों पर दस्तक देते रहते हैं. पिछली भाजपा सरकार में प्राधिकरण के चेयरमैन शिव शंकर हेड़ा थे. उनके बाद से ही यह पद रिक्त है.