अजमेर.तीर्थ नगरी पुष्कर अपनी विशेषताओं से विदेशी पर्यटकों के लिए पसंदीदा जगहों में से एक है. यहां का नैसर्गिक सौंदर्य, आध्यात्मिक और शांत माहौल पर्यटकों को खूब लुभाता है. इन दिनों अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले में लोक संस्कृति की छटा चारों ओर बिखरी हुई है. इन सबके बीच विदेशी पर्यटक खासकर महिलाओं को पुष्कर में हस्तनिर्मित ज्वेलरी काफी आकर्षित कर रही है.
पुष्कर के बाजारों में दर्जनों हस्तनिर्मित ज्वेलरी की दुकानें हैं. इन दुकानों में मेटल्स की हस्तनिर्मित ज्वेलरी महिला पर्यटकों को आकर्षित करती है. बड़े पैमाने पर पुष्कर से हस्तनिर्मित ज्वेलरी विदेशों में एक्सपोर्ट की जाती है. इन हस्तनिर्मित ज्वेलरी में लोक कला और संस्कृति की झलक दिखाई देती है. इन हस्त निर्मित ज्वेलरी का ज्यादातर डिजाइन ग्रामीण क्षेत्रो में पहने जाने वाली ज्वेलरी से बिल्कुल मिलता है.
साथ ही बताया जाता है कि तीर्थराज पुष्कर में जब विदेशी पर्यटक आने लगे तब यहां कि ग्रामीण महिलाओं की पहनी हुई ज्वेलरी को देखकर वह काफी प्रभावित हुए. उस वक्त चांदी की हस्तनिर्मित ज्वेलरी का प्रचलन ज्यादा था. लिहाजा पर्यटक ज्वेलरी को खरीद कर अपने साथ ले जाते. धीरे-धीरे पुष्कर में हस्तनिर्मित ज्वेलरी की मांग बढ़ने लगी. अब फर्क सिर्फ इतना है कि चांदी की महंगी ज्वेलरी के सात अन्य मेटल में भी ज्वेलरी सस्ते दामों पर उपलब्ध हो रही है. पुष्कर की हस्त निर्मित ज्वेलरी दुनिया के कई देशों में एक्सपोर्ट की जाती है.