अजमेर. शहर में मुस्लिम समुदाय ने पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की पैदाइश की खुशी शानो शौकत के साथ ईद मिलादुन्नबी मनाया. कोविड-19 के चलते आजादी के बाद यह पहला अवसर है जब ईद मिलादुन्नबी पर जुलूस नहीं निकाला गया है. इस बार लोगों ने घरों में ही नियाज दिला कर तबर्रुक तक्सीम किया है. वहीं दरगाह क्षेत्र में अकीदत मंदों ने अपने स्तर पर ही लंगर के आयोजन किए.
ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर दरगाह और उसके आसपास के क्षेत्रों में विशेष सजावट की गई है. बताया जाता है कि इस्लाम के आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की विलादत इस्लामी संवत के रबी उल अव्वल महीने की 12 तारीख को हुई थी. जिसके बाद हर साल इस दिन को ईद मिलादुन्नबी के रूप में मनाया जाता है. साथ ही लोग इस दिन नए कपड़े पहनते हैं और कपड़ों पर इत्र लगाया जाता है.