अजमेर. चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा बुधवार को अजमेर के दौरे पर हैं. यहां जिला मुख्यालय पर मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने अधिकारियों के साथ कोविड-19 को लेकर किए जा रहे कार्यों और अभियान के तहत किए जा रहे प्रचार प्रसार की समीक्षा की. साथ ही अधिकारियों को कोरोना वायरस की चेन को तेड़ने के लिए कार्य करने के आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
डॉ. रघु शर्मा ने अजमेर में अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक राजस्थान के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना से ठीक होने के बाद भी इसका असर व्यक्ति के शरीर में रहता है. मसलन जिसको डायबिटीज, हार्ट, किडनी की समस्या कोरोना से पहले तक नही थी, ठीक होने के बाद उनमें ये समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. इसलिए हर व्यक्ति को ये कोशिश करनी चाहिए कि उसे कोरोना ना हो. यही वजह है कि सरकार ने 2 अक्टूबर को जन आंदोलन की घोषणा की थी. इसके तहत हर व्यक्ति को मास्क लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है.
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डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि देशभर में कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. उसी प्रकार राजस्थान में भी लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं. जिसकी वजह से प्रदेश में लॉकडाउन की मांग उठने लगी थीं. इसको लेकर विपक्षी दल, स्वयंसेवी संस्थाओं और चिकित्सकों से बातचीत की गई. बातचीत में ये निष्कर्ष निकला कि देश की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है. जीडीपी नीचे जा चुकी है. लॉकडाउन इसका समाधान नहीं हो सकता. ऐसे में चिकित्सकों की राय थी कि 1 महीने तक हर नागरिक मास्क लगाकर रहे तो कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ा जा सकता है. जिसके बाद राज्य सरकार ने सभी संचार माध्यम से आमजन से अनुरोध किया है कि वो मास्क लगाकर रहें. साथ ही कोरोना की कोई वैक्सीन नहीं बनी है. इस महामारी का बचाव ही उपचार है.