अजमेर. राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की तैयारी जमीन स्तर पर जारी है. इस कड़ी में कांग्रेस के वोट बैंक रहे अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों को विचारधारा से जोड़ने के लिए जोर—शोर से तैयारियां की जा रही हैं. इसके तहत संभागवार अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों की कार्यशाला आयोजित की जा रही है. एआईसीसी के लीडरशिप डेवलपमेंट कार्यक्रम के तहत कांग्रेस की नजर एससी वर्ग के उस यूथ पर है, जो पहली बार इस बार चुनाव में वोट करेगा.
वोट बैंक को फिर से मजबूत करने में जुटी कांग्रेस: देशभर में अनुसूचित जाति वर्ग बहुत ही बड़ा है. यह वर्ग कांग्रेस का वोट बैंक माना जाता है. लेकिन पिछले डेढ़ दशक में कांग्रेस के इस बड़े वोट बैंक पर सेंध लग चुकी है. इस कारण कांग्रेस को काफी नुकसान भी झेलना पड़ा है. कांग्रेस अपने वोट बैंक को फिर से मजबूत करने में जुट गई है. यही वजह है कि कांग्रेस ने देशभर में लीडरशिप डेवलपमेंट कार्यक्रम चलाया है. इस कड़ी में एससी वर्ग के युवाओं, विद्यार्थी और महिलाओं को साधने की कोशिश की जा रही है. कांग्रेस का फोकस एससी वर्ग के लिए आरक्षित सीटों पर है.
पढ़ें:कांग्रेस की प्रदेश इलेक्शन कमेटी की रिपोर्ट तय करेगी टिकट, परंपरागत तरीकों से चुनाव से पहले जारी होगी सूची
संभागवार कार्यशालाओं के आयोजन के तहत अजमेर में 1 सितंबर को संभाग स्तरीय कार्यशाला होगी. कार्यक्रम के राष्ट्रीय समन्वयक और अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास आयोग के अध्यक्ष डॉ शंकर यादव बुधवार को अजमेर में थे. उन्होंने संभाग के हर जिले से आए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. यहां अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य प्रताप यादव, अजमेर दक्षिण से कांग्रेस प्रत्याशी रहे हेमंत भाटी, समेत संभाग के विभिन्न जिलों से आए कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे.
पढ़ें:70 साल से कांग्रेस के साथ बंधा जाट समाज चाहता अपना हक, मुख्यमंत्री के रूप में इस बार मिले यह अधिकार
एससी वर्ग के नौजवानों पर विशेष फोकस:कार्यकर्ताओं से मुलाकात करके डॉ यादव ने 1 सितंबर को अजमेर में आयोजित होने जा रही कार्यशाला की रणनीति पर चर्चा की. बातचीत में उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से पूरे देश में लीडरशिप डेवलपमेंट का कार्यक्रम चल रहा है. इस कार्यक्रम के तहत ही राजस्थान की समस्त संभागों में कार्यशाला का आयोजन कर रहे हैं. डॉ यादव ने कहा कि युवाओं, महिलाओं को नई लीडरशिप को बढ़ावा देने का यह मतलब नहीं है कि पुराने नेताओं को दरकिनार किया जाएगा. इसके मायने यह है कि 18 वर्ष की आयु वर्ग के नौजवानों को कांग्रेस की विचारधारा से जोड़ना है. इन संभागवार बैठकों के माध्यम से नई लीडरशिप को बढ़ावा दिया जाएगा.
पढ़ें:Rajasthan Assembly election 2023: चुनावी मूड में आईं राजनीतिक पार्टियां, जनता ने भी बताए ’मुद्दे तो ये हैं’
कार्यशाला में ये रहेंगे मौजूद: यादव ने बताया कि अनुसूचित जाति और जनजाति की प्रदेश में जितनी भी सीटें हैं. उन पर कांग्रेस पार्टी का पूरा फोकस है. अजमेर संभाग में हम फोकस कर रहे हैं उसमें अजमेर दक्षिण, मेड़ता जायल, शाहपुरा और निवाई है जो एससी वर्ग के लिए आरक्षित है. इन सीटों के प्रतिनिधियों, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कार्यशाला में मौजूद रहेंगे. कार्यशाला के माध्यम से कांग्रेस की विचारधारा को आम जनता पहुंचने का काम किया जाएगा.