अजमेर.आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. ऐसे में हर राम भक्त की यही मंशा है कि वो श्रीराम के दर्शन के लिए वहां पहुंचे. इसके लिए भक्तों की ओर से लगातार प्रयास भी किए जा रहे हैं. वहीं, अजमेर की बिटिया नंदिनी गौड़ ने मिट्टी के दीपक पर भगवान राम और राम मंदिर की अद्भुत तस्वीर उकेर कर सभी को अचंभित कर दिया है. बता दें कि दिव्यांग नंदिनी की स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी तारीफ कर चुके हैं. दरअसल, जन्म से ही नंदिनी दिव्यांग है. उसके हाथ-पांव काम नहीं करते हैं, बावजूद इसके उसने हौसले के बूते अपने कदम को आगे बढ़ाया और मुंह से तूलिका को थाम तस्वीरों को उकेरना शुरू किया. जिसकी नायाब बानगी हमारे सामने है.
अजमेर की बेमिसाल नंदिनी :अजमेर की चौरसियावास रोड निवासी नंदिनी गौड़ की उम्र महज 22 साल है. वर्तमान में वो बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा है. नंदिनी जन्म से ही दिव्यांग हैं और उसके हाथ-पांव काम नहीं करते हैं. वहीं, उसकी बड़ी बहन कृतिका पीएचडी कर रही है और उसकी मां सीमा गौड़ ग्रहणी हैं तो पिता इवेंट मैनेजमेंट का काम करते हैं. इन सब के इतर आज नंदिनी सभी के लिए एक मिसाल बन गई है. बीते 8 सालों से नंदिनी चित्रकारी कर रही है. हालांकि, शुरुआत में उसने कागज पर स्केच, पोर्ट्रेट बनाना शुरू किया. इसके बाद घर पर ही यूट्यूब के जरिए उसने चित्रकारी की बारीकियां सीखी और रोजाना 2 घंटे पेंटिंग को दिया करती थी. ऐसे में धीरे-धीरे नंदिनी की कला निखरती गई और वर्तमान में वो चित्रकारों के लिए एक बेमिसाल नजीर बन गई है.
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ऐसे बनाती हैं तस्वीर :नंदिनी पेंसिल और ब्रश को मुंह में दबाकर तस्वीर बनाती है. हालांकि, जब नंदिनी से उसके इस आर्ट के बारे में पूछा गया तो उसने बताया, ''सबसे पहले मैं अपने पिता की फोटो को देखकर उनकी तस्वीर बनाई थी. उस तस्वीर के बाद उन्हें अपने जीवन की दिशा मिल गई. जन्म से हाथ-पांव काम नहीं करते थे, लिहाजा हाथ की जगह मुंह से पेंसिल को पकड़ना शुरू किया, जो काफी मुश्किल था, लेकिन नित्य अभ्यास से चीजें आसान होती चली गई. बीते दो सालों से मिट्टी के दीपक पर चित्रकारी कर रही हूं.''