अजमेर. तेलंगाना हाउस के लिए भूमि आवंटन और पट्टे को निरस्त करने की मांग को लेकर गुरुवार को सकल समाज के लोगों ने जिला कलेक्टर अंशदीप से मुलाकात की. अजमेर उत्तर से विधायक देवनानी के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे. इस दौरान देवनानी ने कहा कि किसी भी सूरत में यहां तेलंगाना हाउस नहीं बनने (Telangana House in Ajmer) देंगे. जनता को साथ लेकर सदन से सड़क तक लड़ाई लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि तेलंगाना हाउस के लिए भूमि आवंटित करनी है तो नगरीय सीमा के बाहर की जानी चाहिए. इसके लिए भूमि कायड़ विश्राम स्थली, ट्रांसपोर्ट नगर के समीप विश्राम स्थली के आसपास जमीन दें.
विधायक देवनानी ने इस पर क्या कहा जानिए: देवनानी ने कहा कि अजमेर विकास प्राधिकरण ने सस्ती दर पर तेलंगाना हाउस के लिए 5 हजार 21 वर्ग मीटर भूमि आवंटित की है. इससे क्षेत्र में रहने वाले लोगों का जीना दुर्भर होगा. इसमें अल्पसंख्यक छात्रावास भी रहेगा. वहां धार्मिक गतिविधियां होंगी. इस कारण क्षेत्र में जनजीवन बिगड़ जाएगा. देवनानी ने तेलंगाना हाउस के लिए रिहायशी क्षेत्र में जमीन आवंटित करने के सरकार के निर्णय की निंदा की है. उन्होंने कलेक्टर और एडीए आयुक्त से निर्माण की स्वीकृति निरस्त करने की मांग की है.
देवनानी ने चेतावनी दी है कि जनता में काफी रोष है स्वीकृति निरस्त नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आज तेलंगाना को तेलंगाना हाउस आवंटित किया गया है कल को अन्य राज्यों की सरकारें भी अपने-अपने हाउस बनाने की मांग का प्रस्ताव भेजेंगी तो क्या अजमेर के लोगों की रिहायशी क्षेत्रों में इन्हें स्वीकृत किया जाएगा. वहीं, नगर निगम के डिप्टी मेयर नीरज जैन ने राजस्थान सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अजमेर की धरती पर सर तन से जुदा के नारे लगाए और उन्हें हैदराबाद में गिरफ्तार किया गया था. जैन ने कहा कि राज्य सरकार ने तुष्टीकरण की राजनीति अपनाते हुए तेलंगाना हाउस को जमीन आवंटित की.
कोटडा क्षेत्र के लोगों जताया विरोध: प्राधिकरण ने रिहायशी कोटडा आवासीय योजना में तेलंगाना हाउस के निर्माण के लिए 5 हजार 21 वर्ग मीटर भूमि आवंटित कर डिमांड नोटिस भी जारी कर दिया है. जबकि क्षेत्रवासी तेलंगाना हाउस को आवंटित की गई भूमि और पट्टा रद्द करने की मांग कर रहे हैं. कोटड़ा क्षेत्र में महाराणा प्रताप नगर, हरिभाऊ उपाध्याय नगर, प्रगति नगर, आजाद नगर समेत आसपास की कई कॉलोनियों के विकास समिति से जुड़े पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से विरोध करना शुरू कर दिया. क्षेत्रवासियों का कहना है कि यह क्षेत्र रिहायशी इलाका है. यहां तेलंगाना हाउस बनाया जाता है तो कई तरह की गतिविधियां शुरू हो जाएगी. इससे शांति भंग होगी.