बीकानेर. बीकानेर देहात कांग्रेस में एक पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी और दूसरा गुट डूडी विरोधी गुट के रूप में जाना जाता है जिसमें पूर्व गृह राज्यमंत्री वीरेंद्र बेनीवाल विधायक गोविंद मेघवाल और पूर्व विधायक मंगलाराम गोदारा शामिल है. देहात में लंबे समय से कांग्रेस में रामेश्वर डूडी का वर्चस्व रहा है और जिला प्रमुख को लेकर भी हर बार दूरी की ही चलती नजर आई है लेकिन इस बार खाजूवाला विधायक गोविंद मेघवाल ने भी अपना मोर्चा खोल दिया है.
बीकानेर में जिला प्रमुख की दावेदारी के लिए 2 गुटों में बटी कांग्रेस गोविंद मेघवाल ने अपनी पत्नी और बेटी को जिला परिषद का टिकट दिलाया था और दोनों ने ही जीत दर्ज की है. मेघवाल की पत्नी ने केंद्र राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल के बेटे को चुनाव में हराया है. ऐसे में अब गोविंद मेघवाल भी चाहते हैं कि उनकी बेटी सरिता जिला प्रमुख बने. कांग्रेस के इक्कीस जीते सदस्यों में करीब 12 सदस्य डूडी समर्थक माने जाते हैं तो वहीं शेष 9 गोविंद मेघवाल के खेमे में है.
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ऊपरी तौर पर यह आंकड़ा सामने आ रहा है लेकिन अंदर खाने में इसमें बदलाव की भी संभावना है. ऐसे में डूडी गुट की ओर से पूर्व जिला प्रमुख पूर्णाराम चौहान के पुत्र मदन चौहान और नोखा से दलित नेता के तौर पर सामने आ रहे मोटाराम मेघवाल का नाम चर्चा में है. वहीं भाजपा की ओर से रजनी कमलिया एकमात्र दावेदार के रूप में सामने हैं. भाजपा के पास बहुमत लायक आंकड़ा नहीं है और कांग्रेस में किसी एक नाम पर अभी तक सहमति की बात सामने नहीं आई है. लेकिन अरसे तक देहात की राजनीति और जिला परिषद में अपना वर्चस्व रखने वाले रामेश्वर डूडी के लिए फिर एक बार परीक्षा की घड़ी आ गई है. यही वजह है कि मत चूके चौहान की तर्ज पर गोविंद मेघवाल भी अपनी जोर आजमाइश में जुटे हुए हैं.