ब्यावर (अजमेर). जवाजा पुलिस थाना क्षेत्र में दो लापता मासूमों के शव मिलने से सनसनी फैल गई. दोनों बच्चों के शव मिलने पर परिजनों ने बच्चों की हत्या कर शवों को खान में फेंकने की आशंका जताई है. थूनी का थाक निवासी ऑटो चालक पिता अजीतसिंह रावत ने बताया कि रविवार शाम उसकी 13 वर्षीय बेटी मनीषा का फोन आया था कि उसकी मम्मी मामा के घर गई हुई है. इसके कारण वह अपने छोटे भाई 11 वर्षीय घेवरसिंह के साथ अकेली है. फोन पर मनीषा ने उनसे जल्दी घर आने की बात कही थी.
पानी से भरी पत्थर की खान में मिले लापता भाई-बहन के शव अजीतसिंह ने बताया कि मनीषा का फोन आने के करीब आधे घंटे में वह घर पहुंच गया था, लेकिन दोनों बच्चे घर पर नहीं मिले. घर के भीतर जाकर देखा तो पाया कि घर का सारा सामान इधर-उधर बिखरा हुआ पड़ा था. पूरा घर देखने पर लगा कि घर में कोई चोरी हो गई है.
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अजीतसिंह ने बताया कि घर से सोने की रखड़ी, कंदौरा, झूमरी तथा चांदी के पायजेब सहित 20 हजार रुपए की नकदी गायब है. इस दौरान उसने अपनी बेटी मनीषा को फोन लगाया तो फोन नो रिप्लाई हो गया. कई बार फोन करने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला तो परेशान होकर उसने जवाजा थाने पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी देते हुए दोनों बच्चों की गुमशुदी दर्ज करवाई.
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जवाजा पुलिस ने भी गुमशुदगी दर्ज करने के बाद बच्चों की तलाश शुरू कर दी. सोमवार सुबह अजीतसिंह परिजनों के साथ पुन: 3 किलोमीटर दूर उक्त पत्थर की खान पर पहुंचे तो देखा कि दोनों बच्चों के शव खान में भरे पानी पर तैर रहे है. इस दौरान ग्रामीणों की मदद से बच्चों के शव बाहर निकलवाए गए.
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जवाजा थानाधिकारी विमला चौधरी ने बताया कि पुलिस ने बच्चों की मौत का मामला दर्ज कर लिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. वहीं पुलिस परिजनों की ओर से दी गई शिकायत की दिशा में भी काम कर रही है. मृतक बच्चों के पिता अजीतसिंह ने अंदेशा जताया कि शायद चोरी की वारदात को अंजाम देते समय चोरों की हरकत को बच्चों ने देख लिया होगा और चोरों ने बच्चों को अगुवा कर बेहोश कर दिया होगा.
शायद बेहोशी का हालत में बच्चों को गांव से तीन किलोमीटर दूर जैतगढ़ बामणिया की इस खान में फेंक गए होंगे. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस इस मामले में गहनता से साक्ष्यों को जुटाकर परिजनों सहित ग्रामीणों से भी पूछताछ कर रही है.