अजमेर. बीसलपुर बांध अजमेर जिले के लिए लाइफ लाइन है. बांध के भरने पर अजमेर ही नहीं टोंक, जयपुर की एक करोड़ आबादी की एक वर्ष तक प्यास बुझाने की उम्मीद भी पूरी होती है. रिकॉर्ड रहा है कि अगस्त और सितंबर माह में ही बांध में पानी की आवक हुई है. लेकिन इस बार सुखद बात यह है कि अगस्त माह से पहले ही बांध में पानी की आवक हो गई है. हालांकि गत वर्ष की तरह बांध झलकने के लिए अभी भी अच्छी बारिश का इंतजार है.
अजमेर जिले की प्यास बुझाने के लिए बीसलपुर बांध का निर्माण किया गया था. अजमेर जिला पूरी तरह से बांध के पानी पर निर्भर है. इसी तरह टोंक और राजधानी जयपुर में भी बड़ी मात्रा में पानी की सप्लाई हर रोज बीसलपुर बांध से हो रही है. ऐसे में तीनों जिलों की बात करें, तो करीब एक करोड़ की आबादी की प्यास प्रतिदिन बीसलपुर बांध के पानी से बुझती है. ऐसे में बीसलपुर बांध में पानी की अच्छी आवक को लेकर इन 3 जिलों के लोग आशान्वित रहते हैं. ताकि आगामी महीनों में पेयजल संकट झेलना नहीं पड़े.
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अगस्त में होने वाली अच्छी बारिश से बांध में पानी की आवक भी अच्छी होती है. लेकिन इस बार 31 जुलाई तक ही बांध में पानी की आवक हो रही है. वर्तमान में बांध का जलस्तर 313.91 आर एल मीटर तक पहुंचा है. जबकि बांध की भराव क्षमता 315.50 मीटर है. वर्ष 2022 की बात करें, तो 31 जुलाई तक बांध में 310.56 आरएल मीटर पानी था. जबकि इस बार 3.35 आरएल मीटर पानी अगस्त माह से पहले ही आ चुका है. यह जल जयपुर, अजमेर, टोंक जिलों की 1 करोड़ आबादी की 8 माह की प्यास बुझा सकता है.