अजमेर.राजस्थान के दौरे पर पहुंची बांग्लादेश पीएम शेख हसीना ने अपने 40 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ (Bangladesh PM in Rajasthan) विश्वविख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में हाजिरी लगाई. शेख हसीना के काफिले के दरगाह पहुंचने से पहले ही सर्किट हाउस से लेकर दरगाह तक के रूट पर पड़ने वाली सभी दुकानें और गलियां बंद कर दी गईं.
बांग्लादेश प्रधानमंत्री शेख हसीना अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ जयपुर से सड़क मार्ग से अजमेर पहुंचीं. सर्किट हाउस में कुछ देर विश्राम करने के बाद उनका काफिला विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पहुंचा. जहां निजाम गेट पर उनका शाही पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया. उनके इस्तकबाल के लिए रेड कारपेट बिछाया गया. वहीं, शादियाने बजाए गए. निजाम गेट पर दरगाह के खादिम सैयद कलीमुद्दीन चिश्ती ने अंजुमन कमेटी के पदाधिकारियों से परिचय करवाया. ग्राम दरगाह कमेटी के नाजिम और दरगाह दीवान के प्रतिनिधि साहबजादे सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती भी मौजूद रहे.
यहां से आस्ताने शरीफ पहुंच कर बांग्लादेश प्रधानमंत्री ने ख्वाजा गरीब नवाज की मजार पर मखमली चादर और अकीदत के फूल पेश किए. बांग्लादेश पीएम ने भारत-बांग्लादेश के आपसी रिश्तों की बेहतरी और दोनों मुल्कों में अच्छे संबंध बने रहने की दुआ मांगी. जियारत के बाद (Sheikh Hasina in Ajmer Dargah) दरगाह के खादिम सैयद कलीमुद्दीन चिश्ती ने उनकी दस्तारबंदी की.
विजिटर बुक में लिखा संदेशः बाद में अंजुमन कमेटी की विजिटर्स बुक में उन्होंने संदेश भी लिखा. संदेश में उन्होंने लिखा कि बांग्लादेश की आवाम की बेहतरी के लिए दुआ की गई है. जियारत के बाद बुलंद दरवाजे पर दरगाह कमेटी के नाजिम ने भी दस्तारबंदी कर स्मृति चिन्ह भेंट किए. इस मौके पर अंजुमन कमेटी की ओर से सपास नामा (sapas ama) अभिनंदन पत्र उन्हें भेंट किया गया. साथ ही पुलिस अधिकारी नरेंद्र शर्मा के बच्चे अक्षय शर्मा की ओर से बनाई गई शेख हसीना की पेंटिंग भी उन्हें भेंट की गई. यहां से बांग्लादेश प्रधानमंत्री का काफिला सर्किट हाउस के लिए रवाना हो गया. सर्किट हाउस में पीएम शेख हसीना और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल के लिए लंच की व्यवस्था की गई है.