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नियमितीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर आयुर्वेद संविदा चिकित्सकों का अर्धनग्न प्रदर्शन - Indefinite hunger strike by contractual doctors

अजमेर में आयुर्वेद संविदा चिकित्सकों ने आयुर्वेद निदेशालय के बाहर अपनी मांगों के समर्थन में अर्धनग्न प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि धरने के बावजूद कोई उनकी सुध लेने नहीं आया.

Ayurveda contractual doctors demand regularization
आयुर्वेद संविदा चिकित्सकों का अर्धनग्न प्रदर्शन

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 5, 2023, 4:49 PM IST

अजमेर.आयुर्वेद निदेशालय के बाहर नियमितीकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने और क्रमिक अनशन पर बैठे आयुर्वेद चिकित्सकों ने गुरुवार को अर्द्धनग्न प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि 4 दिन से धरना देने के बाद भी किसी अधिकारी ने उनकी सुध नहीं ली. इसलिए आंदोलन को उग्र करना पड़ रहा है.

जैसलमेर निवासी आयुर्वेद संविदा चिकित्सक डॉ पुखराज ने बताया कि चार दिन से आयुर्वेद संविदा चिकित्सक निदेशालय के बाहर धरना दे रहे हैं और क्रमिक अनशन कर रहे हैं. लेकिन किसी भी अधिकारी ने आकर सुध नहीं ली है. यही वजह है कि आंदोलन को गति देते हुए आयुर्वेद निदेशालय परिसर की सफाई की गई. गुरुवार को आयुर्वेदिक निदेशालय के बाहर अर्धनग्न विरोध प्रदर्शन किया गया. क्रमिक अनशन में अन्न त्यागने के साथ ही जल का भी सीमित सेवन किया जा रहा है. वर्तमान में आयुर्वेद चिकित्सकों की भर्ती हो रही है. भर्ती में डीपीसी करके पद वृद्धि होनी चाहिए ताकि वंचित संविदा चिकित्सक भी नियमित हो जाएं.

पढ़ें:नियमितीकरण सहित तीन सूत्रीय मांगों को लेकर आयुर्वेद संविदा चिकित्सकों ने शुरू किया आमरण अनशन

2 वर्ष से कर रहे है संघर्ष: उन्होंने बताया कि 200 से अधिक आयुर्वेद संविदा चिकित्सकों को सरकार नियमित नहीं कर रही है. जबकि यह 10 से 12 वर्ष से अल्प वेतन में आयुर्वेद संविदा चिकित्सक पद पर काम कर रहे हैं. आयुर्वेद संविदा चिकित्सक पुखराज ने बताया कि वेतन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के बराबर है. अल्प वेतन के कारण परिणाम परिवार भुगत रहा है. सरकार आयुर्वेद संविदा चिकित्सकों को यह भी नहीं बता रही है कि हमारा दोष क्या है. नियमितीकरण के लिए की जा रही प्रक्रिया में अनियमिता की गई है. प्रोविजनल लिस्ट को बिना आपत्ति के जारी किया गया. रातों-रात रोस्टर के नियम बदल दिए गए. आपत्तियों तक का निवारण नहीं किया गया.

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