अजमेर.अजमेर रामेश्वर ट्रेन में वृद्ध साधु की हत्या के मामले में जीआरपी थाना पुलिस ने 8 घंटे में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. खुलासे में सामने आया है कि मामूली कहासुनी में वृद्ध साधु की हत्या उसके साथ ट्रेन में सफर कर रहे दो अन्य साधुओं ने की थी. जीआरपी थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों को किशनगढ़ से गिरफ्तार किया है.
अजमेर जीआरपी पुलिस में वृताधिकारी नरेंद्र प्रताप सिंह साधु की हत्या के मामले में खुलासा करते हुए बताया कि रामेश्वरम से अजमेर आने वाली ट्रेन के पार्सल यान में साधु की लास्ट लहूलुहान हालत में पड़ी होने की सूचना देर रात मिली थी. ट्रेन के अजमेर पहुंचने पर पार्सल यान से एक लोडर पार्सल उतारने के लिए ट्रेन में चढ़ा था. सबसे पहले उसने वहां खून में सनी हुई वृद्ध साधु की लाश देखी थी. लोडर ने जीआरपी थाने को मामले की सूचना दी थी.
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सिंह ने बताया कि मामले में अनुसंधान किया गया, तो सामने आया कि 3 साधु भीलवाड़ा से ट्रेन में चढ़े थे. पार्सल यान का डब्बा खाली होने पर वह उसमें बैठ गए थे. उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि ट्रेन में चढ़ने से पहले तीनों ने शराब पी थी. ट्रेन में भी तीनों साधुओं ने मिलकर शराब पी. इस दौरान साधु राम दिया और उसके साथ दो अन्य साधुओं के बीच कहासुनी हो गई.
इस पर दो अन्य साधुओं ने उस पर हमला कर दिया. डंडे और सब्जी काटने के चाकू से वृद्ध साधु राम दिया पर गले और सिर पर वार किया. अत्यधिक खून बहने से उसकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि ट्रेन दो जगह रुकी थी. सिंगावल और बांदनवाड़ा का ठहराव हुआ था. इस दौरान वारदात को अंजाम देने वाले दोनों साधु ट्रेन से निकलकर हाईवे पर आ गए. देर रात एक प्राइवेट बस में बैठकर दोनों किशनगढ़ पहुंच गए.
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जीआरपी के वृताधिकारी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि वृद्ध साधु की लाश मिलने के साथ ही ट्रेन के आगे के सभी रूट की चौकियों को सक्रिय कर दिया गया था. बांदनवाड़ा जीआरपी चौकी से मिली जानकारी के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी संभव हो पाई. उन्होंने बताया कि भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन से सीसीटीवी फुटेज भी मंगवाए गए और उनके आधार पर वारदात को अंजाम देने वाले साधुओं की पहचान की गई.
यह आरोपी हुए गिरफ्तार: जीआरपी वृराधिकारी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मृतक हरियाणा के हिसार जिले में नारनोद के मोठ मार्ग का निवासी 72 वर्षीय रामदीया है. वेशभूषा से वह नाथ संप्रदाय से जुड़ा हुआ लग रहा था. उन्होंने बताया कि वारदात से पहले वृद्ध साधु और उसके साथी कई भंडारे से होकर आए थे. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक हरियाणा के जिला चरखी दादरी में बाढना निवासी 42 वर्षीय संजय नाथ है. संजय नाथ ज्यादातर चूरु जिले में सरदारशहर स्थित रामदेव मंदिर में रहता था. जबकि दूसरा आरोपी छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के समीप भटापारा थाना क्षेत्र का 25 वर्षीय निवासी घनश्याम नाथ है. हाल में वह मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में सलवा थाना क्षेत्र में चिराडा काल के पास रहता है. आरोपियों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा.
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मामला एक नजर में: अजमेर रामेश्वरम ट्रेन संख्या 20974 के पार्सल यान में एक वृद्ध नाथ संप्रदाय से जुड़े साधु की खून से सनी लाश मिली थी. उसके चेहरे और दाएं कान की ओर गहरे जख्म के निशान थे. लाश के समीप काफी खून बिखरा हुआ था. वृद्ध साधु की पहचान 72 वर्षीय हरियाणा के हिसार निवासी राम दिया के रूप में हुई है. साधु के बेटे से संपर्क किया गया है. परिजनों को मामले की जानकारी दी. वह अजमेर के लिए रवाना हो चुके है.