उदयपुर. देश-दुनिया में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. कोरोना वायरस की अब तक वैक्सीन तो नहीं मिली है, लेकिन संक्रमित मरीज की स्थिति बिगड़ने पर उसे वेंटिलेटर पर रखकर बचाने की कोशिश लगातार सरकार की ओर से की जा रही है. जिससे देश में लगातार बढ़ रहे मरीजों की संख्या को देखते हुए वेंटिलेटर कम हो गए हैं. ऐसे में उदयपुर के रहने वाले दुर्गाशंकर ने कबाड़ के जुगाड़ से एक नया वेंटिलेटर तैयार किया है.
शिक्षक ने बनाया कबाड़ से वेंटिलेटर सरकारी शिक्षक का कमाल
दुर्गाशंकर उदयपुर के नजदीक गोगुंदा में सरकारी शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने बताया कि जब सरकार की ओर से आत्मनिर्भर भारत की बात कही गई, तो उन्होंने एक नई तकनीक इजाद की और कुछ कबाड़ के सामान से अपने परिवार के सहयोग से एक नए वेंटिलेटर का बनाया. इस वेंटिलेटर में दुर्गाशंकर श्रोत्रिय ने एंबो बैग, मोटर, क्लच गियर, टीवी स्विच, थर्माकोल और लकड़ी के गत्तों का उपयोग किया है. जिसके चलते इसकी कीमत लगभग 1100 रुपये आई है, जो आम वेंटिलेटर के मुकाबले काफी कम है. दुर्गाशंकर और उनके परिवार ने इस वेंटिलेटर संस्कृत भाषा का शब्द 'जीवनोदक' नाम दिया है.
यह भी पढ़ें :बड़ी खबरः शादी समारोह में 50 से अधिक लोग हुए इकट्ठा, दूल्हे समेत 13 लोग Corona Positive
उदयपुर में बने इस अनूठे उपकरण के माध्यम से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज आसानी से बिना महंगे वेंटिलेटर के भी ऑक्सीजन ले सकेंगे. बता दें कि इस अनूठे उपकरण को बनाने में दुर्गाशंकर श्रोत्रीय, उनके पुत्र विभोर श्रोत्रीय समेत उनकी पत्नी और उनकी बेटी ने अहम भूमिका निभाई है. दुर्गाशंकर का कहना है कि सरकार अगर उन्हें मौका देगी तो वह इस तरह के उपकरण समाज सेवा के लिए जरूर बनाना चाहेंगे, ताकि किसी भी व्यक्ति की जान वेंटिलेटर की कमी से ना जाए और देश कोरोना मुक्त हो जाए.
1100 रुपये में तैयार वेंटिलेटर राजस्थान में कोरोना मरीजों की संख्या
प्रदेश में कोरोना मरीजों के ग्राफ में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. जिसके तहत कुल पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 16 हजार 85 पहुंच गया है. वहीं अब तक 12 हजार 646 पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है और 12 हजार 386 मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. कोरोना संक्रमण के कारण राजस्थान में 375 लोगों की मौत हो चुकी है. वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के 3 हजार 64 एक्टिव केस मौजूद हैं. जिसमें 4 हजार 665 प्रवासी शामिल हैं. इसके अलावा प्रदेश से अब तक 91 अन्य राज्य के पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं.