उदयपुर. एक तरफ पिछले 40 दिनों से विपक्ष और किसान संगठन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. सरकार और किसानों के बीच कई दौर की वार्तालाप विफल रही. वहीं दूसरी तरफ सरकार के मंत्री और सांसद जनता को कृषि कानूनों के फायदों से अवगत करा रहे हैं. इसी कड़ी में उदयपुर सांसद अर्जुन लाल मीणा भी मंगलवार को उदयपुर के विभिन्न गांवों का दौरा कर कृषि कानून के बारे में जनता और जनप्रतिनिधियों को किसान चौपाल के माध्यम से जानकारी दी.
इस दौरान अर्जुन लाल मीणा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि कृषि कानूनों को लेकर किसी प्रकार की गलतफहमी नहीं है. इन कानूनों को लेकर किसान प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन में हैं. कुछ लोग भी बुनियादी तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम लोग जिला परिषद, पंचायत समिति और अन्य सदस्यों को भी इन कानूनों के बारे में और अधिक बता रहे हैं, जिससे जनता के बीच में सरकार की बात पहुंच सके. वो जनता तक हमारी बात को पहुंचाने में हम सफल भी हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि स्वामीनाथन रिपोर्ट, जो किसान के कल्याण के लिए बनी थी, उसे मनमोहन सिंह के सरकार ने बीते 10 सालों तक घोषणा करने के बाद भी लागू नहीं किया. इन सब बातों को तमाम पार्टियों ने अपने घोषणा पत्र में लिखा, लेकिन किसी ने इनको लागू नहीं किया. केंद्र में मोदी की सरकार बनी और इन सभी वादों का पूरा किया. उन्होंने कहा कि सरकार ने एमएसपी को भी लागू करते हुए किसानों के कल्याण के लिए कानून बनाए. उन्होंने कहा कि जो लोग विरोध कर रहे हैं, विपक्ष में उनकी जमीन खिसक रही है.