राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

कश्मीर की तरह राम मंदिर के 500 वर्ष के संघर्ष पर भी बने फिल्म: साध्वी ऋतंभरा - Udaipur latest news

हिंदू नववर्ष के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उदयपुर पहुंचीं साध्वी ऋतंभरा (Sadhvi Ritambhara in Udaipur) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि द कश्मीर फाइल्स की तरह राम मंदिर के 500 वर्ष के संघर्ष पर भी फिल्म बननी चाहिए.

Sadhvi Ritambhara big statement on Ram Mandir
उदयपुर में साध्वी ऋतंभरा

By

Published : Apr 2, 2022, 4:11 PM IST

Updated : Apr 2, 2022, 4:22 PM IST

उदयपुर. हिंदू नववर्ष के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उदयपुर पहुंचीं साध्वी ऋतंभरा ने बड़ा बयान (Sadhvi Ritambhara big statement on Ram Mandir) देते हुए कहा कि जिस तरह से द कश्मीर फाइल्स फिल्म में कश्मीर की स्थिति को बताया है. वैसे ही राम मंदिर के 500 वर्ष के संघर्ष पर भी फिल्म बननी चाहिए जिससे लोगों को पता चले कि हमारे पुरखों ने हजारों वर्षों तक राम मंदिर के लिए मुहिम चलाकर रखी.

लोगों को पता चले कि 500 वर्ष के संघर्ष में क्या कुछ देखने को मिला जिससे सच सामने आए. उन्होंने कहा कि लोगों के आकांक्षा और अपेक्षाओं का परिणाम है कि भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. इसी के साथ उन्होंने यूक्रेन और रूस विवाद पर कहा कि इसमें सीधा साफ समझ में आ रहा है कि यूरोप और अमेरिका ने यूक्रेन को युद्ध में धकेल दिया. अब दोनों तमाशा देख रहे हैं. साध्वी ने कहा कि अमेरिका की इस तरह की फितरत रही है दूसरे की धरती को युद्ध का क्षेत्र बना लेना.

पढ़ें. 'द कश्मीर फाइल्स' का असर, राजस्थान के कोटा में धारा-144 लागू

हिंदू और हिंदुत्व पर कही ये बातः साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि जो लोग हिंदू और हिंदुत्व को लेकर बात करते हैं. जो लोग हिंदू और हिंदुत्व को अलग बता रहे हैं. ऐसे लोग राजनीतिक के लिए इस तरह की बातों का प्रयोग करते हैं. ऋतंभरा ने कहा कि हिंदुत्व मनुष्यता की रक्षा के लिए गारंटी है. हम लोग एक चींटी को भी महत्व देते हैं.

कश्मीर फाइल्स ने उस समय की स्थिति बताई हैः ऋतंभरा ने कहा कि द कश्मीर फाइल्स में जम्मू कश्मीर की उस समय की स्थिति को दर्शाया गया है. यह वह जख्म है जो 32 साल बाद भी भरे नहीं है. कश्मीर में लाखों लोगों ने इन जख्म को झेला है. लोगों को आज भी परेशानियों से गुजरना पड़ता है. उन्होंने कहा कि कश्मीर फाइल्स में जो दिखाया गया है.वह तो बहुत कम दिखाया गया है. वहां की स्थिति इतनी खराब थी कि नेतृत्व करने वालों ने भी उनके दर्द को नहीं समझा.

Last Updated : Apr 2, 2022, 4:22 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details