उदयपुर.उदयपुर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल महाराणा भूपाल चिकित्सालय पर एक बार फिर सवाल खड़े हुए हैं (Udaipur MB Hospital). चिकित्सालय प्रशासन पर पीड़ित परिवार ने गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि डॉक्टर की संवेदनहीनता से मरीज की जान चली गई. शनिवार को करीब 2 घंटे तक परिजन गंभीर अवस्था में मरीज को इधर से उधर लेकर भागते रहे. लेकिन अस्पताल प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया (Negligence in Udaipur MB Hospital). आखिरकार मरीज ने दम तोड़ दिया. जब अस्पताल के अधीक्षक डॉ आर एल सुमन से पूछा गया तो उन्होंने टका सा जवाब दिया कि- मामला संज्ञान में नहीं आया है.
मृतक मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया कि करीब 2 घंटे तक मरीज इमरजेंसी के बाहर एंबुलेंस में ही लेकर बैठे रहे लेकिन किसी ने उसको अस्पताल में भर्ती नहीं किया. परिजन गंभीर अवस्था में मरीज को लेकर इधर-उधर भागते रहे बाद में 3 बजे ट्रॉमा और मेडिसिन यूनिट में 4 डॉक्टरों के चक्कर लगाने के बाद मरीज ने दम तोड़ दिया.मृतक के परिजनों ने कहा कि मरीज की मृत्यु होने के बाद भी काफी देर तक इसकी जानकारी नहीं दी गई. आरोप है कि महिला डॉक्टर कागजी कार्रवाई के लिए बार-बार मरीज का आधार कार्ड मांगती रही.