उदयपुर. बुधवार से एनआईए की टीम उदयपुर (NIA In Udaipur) में डेरा डाले हुए है. लगातार तीसरे दिन सबूतों की तलाश में जुटी हुई है. गुरुवार को एजेंसी ने कन्हैयालाल के हत्यारों और साजिशकर्ताओं से जुड़े कई सबूत इकट्ठे किए. टीम कन्हैयालाल की दुकान पर गई और पूरे एरिया की वीडियोग्राफी करवाई गई (NIA investigating Udaipur Murder). इस दौरान राजस्थान एटीएस की टीम भी मौजूद रही.
इससे पहले NIA की टीम ने हत्याकांड के आरोपी मोहम्मद गौस और रियाज के किशनपोल स्थित घर को भी खंगाला. टीम ने वहां पर दबिश देकर आरोपियों के कमरों से कुछ सिम और दस्तावेज जब्त किए हैं. बताया जा रहा है कि जांच एजेंसी ने आस-पड़ोस के लोगों, करीबी रिश्तेदारों से भी हमलावरों से जुड़ी जानकारी जुटाई. टीम ने उनके व्यवहार और लोगों से उनके संबंध को लेकर पूछताछ की. टीम एसके इंजीनियरिंग के ऑफिस भी पहुंची थी. हत्यारे वारदात के बाद SK इंजीनियरिंग फैक्ट्री में गए थे. जहां आरोपियों ने घटना के बाद वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल किया. एसके इंजीनियरिंग फैक्ट्री के मालिक शोएब के अनुसार घटना के दिन फैक्ट्री में वह मौजूद नहीं था. उसकी पत्नी की तबीयत खराब होने पर उसे अस्पताल लेकर गया था. जब वह शाम को 5:30 बजे फैक्ट्री पर गया उस वक्त उसे इस घटना की जानकारी नहीं थी. करीब 6:45 बजे इस घटना की शोएब को जानकारी मिली.
28 जून को हुई थी कन्हैयालाल की हत्या: 28 जून को कन्हैया लाल की दुकान में घुसकर निर्ममता से हत्या कर दी गई थी. हत्यारे रियाज और गौस मोहम्मद कपड़े सिलवाने के बहाने दुकान में घुसे थे. इस दौरान जब कन्हैया लाल नाप लेने लगे तो आरोपियों ने उन पर छुपकर वार किया. हमले से कन्हैयालाल की मौके पर ही मौत हो गई थी. मामले में आरोपियों के खिलाफ धारा 452, 302, 153A, 153B, 295 A और 34 के अलावा UAPA के तहत केस दर्ज किया है. हमलावरों ने हत्या का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल किया था. मामले की जांच एनआईए कर रही है. मामले में हमलावर मोहम्मद गौस और रियाज संग अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.