उदयपुर: 26/11 की आज 13वीं बरसी है. मार्कोस कमांडो हिम्मत सिंह राव 10 आतंकियों के कायराना अटैक को अब तक नहीं भूले हैं. एक-एक पल उन्हें उस भयावह रात का जिक्र करते हैं. टीवी पर ब्रेकिंग से लेकर, ऊपर से आए ऑर्डर, टीम की तैयारी और फिर लश्कर ए तइबा आतंकियों (Lashkar E Taiba In Mumbai Attack) को ढेर करने की कहानी बयां करते हैं. कहते हैं कई साल बीत गए लेकिन वो मंजर आज भी आंखों के सामने कौंध जाता है.
मुम्बई पर हुए हमले ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया था. 166 के करीब लोगों ने जान गंवा दी थीं. मुम्बई और छलनी हो सकती थी लेकिन ऐसे में ही मार्कोस कमांडो को बुलाया गया. कुछ घण्टों में ही 10 में से 9 को जाबांजों ने मार गिराया. Operation Black Tornado ने देश को उसका गौरव वापस दिलाया.
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सिरोही के लाल ने बढ़ाया मान
मार्कोस कमांडो टीम का हिस्सा रहे Indian Navy के वीर सपूत हिम्मतसिंह राव (Marcos Commando Himmat Singh Rao) मूलत सिरोही जिले के पिंडवाड़ा उपखंड क्षेत्र के बसंतगढ़ के रहने वाले हैं. फिलहाल उदयपुर जिले की बडगांव तहसील में नायब तहसीलदार हैं. वो बताते हैं कि 26 नवंबर 2008 (26/11 mumbai attack) रात करीब 9.30 बजे थे. मारकोस कमांडो टीम के रूप में पोस्टिंग नवी मुंबई के पास के आइलैंड में थी. अचानक टीवी पर ब्रेकिंग न्यूज फ्लैश हुई जिसमें कुछ अनहोनी की आहट थी. शुरुआत में इसे मुंबई में फिर गैंगवार (Gang war In Mumbai ) का नाम दिया गया.
टीवी में बताया गया कि गैंगवार में कई लोग मारे गए हैं. कुछ देर बाद पता चला कि यह गैंगवार नहीं, आतंकी हमला है. धीरे-धीरे पता चलने लगा कि गेट वे आफ इंडिया के पास लियो पार्ड कैफे, होटल ताज, कामा अस्पताल, होटल ट्राइडेन्ट और नरीमन हाउस में आंतकियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया है. खबर कुछ लोगों को बंदी बनाए जाने की भी थी.
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