उदयपुर.प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मुख्यमंत्री गहलोत पर जमकर निशाना साधा. शनिवार को भाजपा कार्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस किया.
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जहां कटारिया ने कहा की प्रदेश में लगातार आपराधिक घटनाएं दिनों-दिन बढ़ती जा रही है, लेकिन खुद मुख्यमंत्री ही गृहमंत्री हो तो इन मामलों की शिकायत किसको करें. प्रदेश में महिला उत्पीड़न के मामले हर रोज सामने आ रहे हैं.
गुलाबचंद कटारिया का गहलोत पर जुबानी वार अलवर में मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी की गई, लेकिन मुख्यमंत्री इस पूरे मामले में एक शब्द नहीं बोले. हर दिन मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग मे लगे रहते हैं, लेकिन इस प्रकार की घटनाओं पर एक शब्द नहीं कहते हैं.
कटारिया ने कहा कि मैं बड़े दुखी मन से मुख्यमंत्री को कहना चाहूंगा कि पिछले ढाई सालों में कानून व्यवस्था की दुर्गति हुई है, लेकिन घटनाओं को लेकर कोई सुनने वाला नहीं है और ना ही समझने वाला, क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीते 15 महीने से क्वॉरेंटाइन हैं.
कटारिया ने कहा कि हिंदुस्तान में गहलोत पहले मुख्यमंत्री होंगे जो मुख्यमंत्री निवास से 15 महीनों तक बाहर नहीं निकल पाए, लेकिन लोगों को बड़े-बड़े उपदेश देते हैं. राजस्थान में महिलाओं के साथ दुष्कर्म, अपहरण और अन्य अपराधों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है. इतनी घटनाओं के बावजूद भी मुख्यमंत्री कुछ नहीं बोल रहे.
कटारिया ने जयपुर में युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं पर पुलिस की ओर से किए गए लाठीचार्ज का विरोध किया. भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया का भी कटारिया ने किया बचाव. कटारिया ने भाजपा प्रवक्ता की ओर से कही गई बात पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि गौरव भाटिया द्वारा कही गई बात एक उम्र को लेकर कहा है.
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शीशराम ओला को लेकर उन्होंने किसी प्रकार का अपशब्द नहीं कहा. इसलिए राजनीति में कुछ लोग मेरे लिए भी कह सकते हैं कि 77 बरस का व्यक्ति हमारी जान खा रहा है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि राजस्थान सरकार को और राज्यों को देखकर वैट कम करना चाहिए जिससे लोगों को राहत मिल सके. साथ ही पेट्रोल-डीजल के दाम भी कम हो.