उदयपुर/राजसमंद:पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पिछले दो दिनों से उदयपुर प्रवास पर हैं. लंबे समय बाद वसुंधरा राजे की इस यात्रा को आगामी चुनावी आगाज से जोड़ते हुए राज्य में सियासत जारी है. इस बीच वसुंधरा राजे ने साफ किया है कि उनका कार्यक्रम चुनाव का आगाज नहीं है. चुनाव में तो अभी दो साल बाकी है.
वसुंधरा राजे ने कहा कि वह लोगों का दुःख-दर्द बाटने के लिए निकली हैं. उन्होंने कहा कि कोविड और बहू के गंभीर बीमार होने के कारण वह अपनों से नहीं मिल पाई थी. साथ ही जो लोग हमेशा के लिए जुदा हो गए उन्हें श्रद्धांजलि नहीं दे पाई थी. इसलिए यह कार्यक्रम बनाया गया है. राजे ने कहा कि इसे राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो लोग इस कार्यक्रम को राजनीतिक रूप देना चाह रहे है उनको मैं यह बात ज़रूर कहना चाहूंगी कि आने वाला समय भाजपा का ही है.
अब राजस्थान में भाजपा का ही परचम फहरेगा. उन्होंने कहा कि देश में फिर से मोदीजी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनाने को लेकर देश की जनता आतुर है. राजे ने चारभुजा, द्वारकाधीश,एकलिंग जी और नाथद्वारा में लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि चारभुजा नाथ से 2003 में हमने परिवर्तन यात्रा शुरू की थी तब सोचा भी नही था कि हम इस मुक़ाम तक पहुंचेंगे पर चारभुजा नाथ के आशीर्वाद और आपके साथ ने ये कर दिखाया.
राजे ने कहा कि यदि ईश्वर का आशीर्वाद और हमारे कार्यकर्ताओं की मेहनत नहीं होती तो यह सब नहीं होता.चारभुजा नाथ से यात्रा शुरू की तो इतिहास में पहली बार 2003 में भाजपा को 120 सीटें मिली.इससे बढ़कर तो तब हुआ जब हमने चारभुजा का आशीर्वाद लेकर सुराज संकल्प यात्रा शुरू की तो भाजपा को 163 सीटें मिली. राजस्थान के इतिहास में इससे पहले किसी भी दल को इतनी सीटें नहीं मिली थी.
राजे ने कहा कि अब फिर राजस्थान में भाजपा का परचम फहरेगा और पुनः हमारे कार्यकर्ता इतिहास रचेंगे. जनसभा को सम्बोधित करते हुए वसुंधरा राजे ने कहा कि लोगों ने जो प्यार दिया है यही हमारी पूंजी है ,जो हमारे लिए अमूल्य है. राजनीति चलती रहती है लेकिन रिश्ते ऐसे बनते हैं तो छूटने नहीं चाहिए. इसलिए 36 कोम को साथ लेकर चलने की जरूरत है. हमारे बीच में कभी कोई खाई नहीं आनी चाहिए.
सभी हमारे परिवार के सदस्य हैं. इस परिवार को मजबूत बनाएंगे तो कोई भी अपने पैरों पर खड़ा होकर आगे बढ़ सकता है. राजे ने कहा कि अगर हम सबका विश्वास एक दूसरे के अंदर है तो मोदी जी कहते हैं कि विकास तो होना ही है. पूर्व मुख्यमंत्री ने चारभुजा के बाद द्वारकाधीश और इकलिंग जी के भी दर्शन किए. राजे का चारभुजा,द्वारकाधीश, एकलिंगजी में ज़ोरदार स्वागत हुआ.