उदयपुर.जिले के गोड़वा गांव के निवासी हितेंद्र गरासिया का पार्थिव शरीर 6 महीने के लंबे संघर्ष के बाद आज भारत (Hitendra Garasiya body finally reached India) पहुंचा. रविवार को हितेंद्र का शव फ्लाइट से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा इसके बाद करीब 4 घंटे तक कई तरह की औपचारिकताएं पूरी की गईं. इसके लिए गरासिया का परिवार समेत विदेश मंत्रालय राजस्थान सरकार के अधिकारी एयरपोर्ट पर मौजूद रहे.
गरासिया के पार्थिक देह को लेने के लिए पत्नी आशा, पुत्र पीयूष, चाचा और कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा पहुंचे. राजस्थान सरकार के असिस्टेंट कमिश्नर विमल शर्मा ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों की उपस्थिति में गरासिया के पार्थिव देह की सुपुर्दगी की प्रक्रिया पूरी की गई जिसके बाद उनका शव उदयपुर के लिए रवाना किया गया.
रोजगार के लिए गए थे रूस...
उदयपुर से लगभग 100 किलोमीटर दूरी पर स्थित खेरवाड़ा तहसील के गोडवा गांव के हितेंद्र गरासिया बीते साल रोजगार के लिए एजेंट के माध्यम से रूस गए थे. हितेंद्र काम के लिए किसी एजेंट को लाखों रुपए देकर रूस गया था. भारतीय दूतावास की ओर से मॉस्को से जयपुर पासपोर्ट ऑफिस को भेजी सूचना के मुताबिक रूस पुलिस को 17 जुलाई 2021 को हितेंद्र का शव मिल गया था. 17 जुलाई को उसकी मौत हो गई. लंबे समय बाद परिवार को भारतीय दूतावास से इसकी सूचना मिली. ऐसे में परिवार के लोग लगातार भारतीय दूतावास से लगातार संपर्क कर रहे थे. भारतीय दूतावास की ओर से मृत्यु का कोई कारण नहीं बताया गया था.