उदयपुर.उदयपुर के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है जब भक्तों से भरा रहने वाला लगभग 500 साल पुराना बोहरा गणेश जी मंदिर खाली और सुनसान दिखाई देने लगा है, क्योंकि लॉकडाउन के चलते मंदिर को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है. ऐसे में यहां अब पुजारी परिवार के चुनिंदा लोग ही भगवान की सेवा पूजा कर रहे हैं. मंदिर के हालात देख अब यही लगता है कि मानो भगवान भी अपने भक्तों के इंतजार में है.
बोहरा गणेश जी मंदिर से भक्तों ने बनाई दूरी भक्तों बिन सूने भगवान
देशभर में 3 मई तक के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया गया है, ऐसे में सभी धार्मिक स्थानों को भी आम लोगों के लिए 3 मई तक के लिए बंद कर दिया गया है. यही कारण है कि देश भर के धार्मिक स्थान अब पूरी तरह से भक्तों के बिना खाली दिखाई देने लगे हैं. यही हालात लेक सिटी उदयपुर में भी नजर आ रहे हैं.
500 साल में पहली बार हुआ मंदिर सुना कोरोना खात्मे की कर रहे कामना
लेक सिटी के बोहरा गणेश जी मंदिर में आम दिनों में भक्तों की भीड़ दिखाई देती थी और पांव रखने तक की जगह नहीं मिलती थी, लेकिन कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते मंदिर पिछले लंबे समय से आम भक्तों के लिए बंद हो गया है. यहां आने वाले भक्तों भी अब भगवान से कोरोना संक्रमण के खात्मे की कामना करने लगे हैं.
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मंदिर की काफी मान्यता
भक्तों का कहना है कि बचपन से यहां आ रहे हैं सालों बीत गए, लेकिन यह हालात हमने भी पहली बार देखें हैं. जब भगवान हमें दर्शन नहीं दे रहे. साथ ही उन्होंने बताया कि बोहरा गणेश जी मंदिर की काफी मान्यता है, इस मंदिर में उदयपुर और आसपास के जिलों में रहने वाले लोग यहां हर शुभ कार्य करने से पहले जरूर आते थे. वहीं अब मंदिर में प्रतिदिन पिछले लंबे समय से पुजारी परिवार के चुनिंदा सदस्य ही भगवान को भोग लगाते हैं और उनकी सेवा पूजा अर्चना करते हैं.सिर्फ बोहरा गणेश जी मंदिर ही नहीं बल्कि उदयपुर राजस्थान और पूरे देश के सभी धार्मिक स्थानों को लॉकडाउन के चलते हम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है